Skip to main content

Posts

Showing posts from December, 2018

Latest New year joke । joke hindi and english दमदार चुटकले नई साल के । latest status in hindi and english । latest new year joke । santa banta joke । सरदार जी के दमदार चुटकुले । sardaar ji ke dmdaar chutkule

New year joke । joke hindi and english दमदार चुटकले नई साल के 1. कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है , और नहाने के बाद कच्छा खुद को ही धोना पड़ता है । 2. आँधी और तूफानों में घोंसले उड़ते है, हौसले नही । 3. बने बनाये इतिहास से मत डरो ,                           खुद का इतिहास बनाओ और लोगो को डराओ। 4. पैसों की कमी नही .....             ....पर है भी तो नही। 5.  नाम एक दिन में नही बनता ,,,                  लेकिन एक दिन जरूर बन जाता है,,,, 6.  जैसे फूल से खुशबू आती है..                        सूरज से रोशनी आती है..     वैसे ही मेरी हर सास के बाद                            तेरी याद आती है..! 7.   हम उनसे तो लड़ लेंगे,                       जो खुले आम दुश्मनी करते हैं,        लेकिन उनका क्या करे,                         जो लोग मुस्कुरा के दर्द देते हैं…! 8.   कभी कभी तुम्हे देख लेने से                                       इतना सुकून मिलता है की                 दिल करता है की                                        सारा दिन बस तुम्हे देखते रहे । 9.     किसी पर शक करक

राजस्थान में पशुसम्पदा । राजस्थान में घोड़े या अश्व । घोड़ों की नस्लें । types of horses । horse in rajasthan । animals in rajasthan।

राजस्थान में पशुसम्पदा । राजस्थान में घोड़े या अश्व । घोड़ों की नस्लें । types of horses । horse in rajasthan । animals in rajasthan। घोड़े / अश्व Horse:- ★ घोड़े पालन में देश मे प्रथम राज्य उत्तरप्रदेश है । ★ देश मे राजस्थान का स्थान चौथा (4 वां)  है । ★ राजस्थान राज्य में प्रथम स्थान बाड़मेर जिले  का है । ★ राजस्थान राज्य में अंतिम स्थान बाँसवाड़ा जिले का है । ★ देश मे अश्व प्रजनन केंद्र - 10 ★ केंद्रीय अश्व प्रजनन केंद्र जोहड़बीड(बीकानेर) में है । ★ जोहड़बीड में चेतक के वंशज तैयार किये जाते है । ★ घोड़ो का तीर्थ या स्वर्ग आलमजी धौरा सिवाणा(बाड़मेर) को कहा जाता है । ★ घोड़ों में प्रमुख रोग ग्लैडर्स पाया जाता है । प्रमुख नस्लें :-  [1] मालानी :- ★ क्षेत्र - बाड़मेर के आसपास क्षेत्र में । ★ घोड़े की यह नस्ल सर्वश्रेष्ठ है । [2] मारवाड़ी :- ★ क्षेत्र - मारवाड़ क्षेत्र में पाए जाते है । ★ इस नस्ल के घोड़े संख्या में सर्वाधिक पाये जाते है । [3] काठियावाङी :-  ★ क्षेत्र - गुजरात समीप क्षेत्रों में पाये जाते है । ★ देश मे अपनी कद काठी व मजबूती हेतु प्रसिद्ध नस्ल है ।

राजस्थान में पशुसम्पदा । राजस्थान में भैंस । भैंसों की नस्लें । types of beffelo । buffelo in rajasthan । animals in rajasthan।

राजस्थान में पशुसम्पदा । राजस्थान में भैंस । भैंसों की नस्लें । types of beffelo । buffelo in rajasthan । animals in rajasthan। भैंस (BUFFELO):- ★ भैंस पालन में देश मे प्रथम राज्य उत्तरप्रदेश है । ★ देश मे राजस्थान राज्य का (दूसरा) 2वां स्थान है । ★ राजस्थान में प्रथम जिला अलवर है । ★ राजस्थान में अंतिम जिला जैसलमेर है । ★ केंद्रीय पशू प्रजनन केंद्र सूरतगढ़ (गंगानगर ) में है । ★ विदेशी पशु प्रजनन केंद्र बस्सी (जयपुर) में है । ★ केंद्रीय भैंस प्रजनन केंद्र वल्लभनगर (उदयपुर) में है । ★ मुर्रा नस्ल का प्रजनन केंद्र कुम्हेर(भरतपुर) में है । प्रमुख नस्लें :- [1] मुर्रा :-      क्षेत्र - अलवर , भरतपुर , गंगानगर , हनुमानगढ़ , जयपुर ★ अन्य नाम - सुण्डी ★उत्त्पति - मुल्तान , पाकिस्तान ★ भैंस की यह सर्वश्रेष्ठ नस्ल है । ★ यह नस्ल दूध में सर्वोत्तम नस्ल है । [2] जाफ़रवादी :- ★ क्षेत्र - उदयपुर के आसपास क्षेत्र में । ★ यह नस्ल सबसे ताकतवर होती है । [3] सूफी:- ★ क्षेत्र - गुजरात के समीप क्षेत्रों में । ★ यह नस्ल भी दूध में अच्छी होती है । भैंस की अन्य नस्लें

ऋतुओं के आधार पर जलवायु का वर्गीकरण ग्रीष्म ऋतु, शीत ऋतु, वर्षा ऋतु,

ऋतुओं के आधार पर जलवायु का वर्गीकरण :-                   ऋतुओं के आधार पर जलवायु का वर्गीकरण 3 प्रकार से किया गया है । [1] ग्रीष्म ऋतु:- ★ ग्रीष्म ऋतु का समय मार्च से मध्य जून तक होता है । ★ ग्रीष्म ऋतु में सबसे गर्म जिला चुरू रहता है । ★ ग्रीष्म ऋतु में सबसे ठंडा जिला चुरू रहता है । ★ राजस्थान में सबसे शुष्क स्थान फलौदी जोधपुर है । ★ राजस्थान का सबसे शुष्क जिला जैसलमेर है । ★ राजस्थान का सर्वाधिक तापान्तर वाला जिला चुरू है । ★ राजस्थान का सबसे न्यूनतम तापान्तर वाला जिला डूंगरपुर, सिरोही है । ★ राजस्थान का दैनिक तापान्तर वाला जिला जैसलमेर है । ★ राजस्थान का वार्षिक तापान्तर वाला जिला चुरू है । ★ राजस्थान में सबसे गर्म महीना जून है । ★ राजस्थान में सबसे ठंडा महीना जनवरी है । ★ सर्वाधिक जलवायु विषमता वाला जिला जैसलमेर है । ★ न्यूनतम जलवायु विषमता वाला जिला झालावाड़ है । ★ सर्वाधिक लू व आंधियों वाला जिला गंगानगर  (27 दिन) है । ★ न्यूनतम लू व आंधियों वाला जिला झालावाड़ (3 दिन) है । [2] वर्षा ऋतु :- ★वर्ष ऋतु का समय  मध्य जून से सितंबर के बीच होता है । ★ र

Sheep's in rajasthan | types of sheep's | describe of sheep's | राजस्थान में पशुसम्पदा | भेड़ की नस्लें | राजस्थान में भेड़ का वर्णन notes

SHEEP भेड़ :- ★  भेड़ पालने में देश मे प्रथम स्थान आन्ध्रप्रदेश राज्य का है । ★  देश मे राजस्थान का स्थान 3वां या तीसरा है । ★  राजस्थान राज्य में प्रथम जिला बाड़मेर है । ★  राजस्थान राज्य में अंतिम स्थान धौलपुर का है । ★  भेड़ के मांस को मटन कहते है । ★  भेड़ व ऊन विभाग की स्थापना 1963 को हुई । ★  भेड़ व ऊन विभाग का मुख्यालय जयपुर में है । ★  केंद्रीय भेड़ प्रजनन केंद्र फतेहपुर ,सीकर ,राजस्थान में है । ★  केंद्रीय भेड़ प्रजनन केंद्र की उपइकाई  बाकलिया ,नागौर जिले राजस्थान राज्य में है । ★  केंद्रीय भेड़ व ऊन अनुसंधान केंद्र अविकानगर ,टोंक जिले में है । ★  केंद्रीय भेड़ व ऊन अनुसंधान केंद्र की उपईकाई बिच्छवाल, बीकानेर में है । ★  भेड़ व ऊन शिक्षण संस्थान केंद्र जयपुर में है । ★ भेड़ व ऊन प्रशिक्षण संस्थान जोधपुर में है । ★  राजस्थान में सर्वाधिक ऊन उत्पादक जिला जोधपुर (31%) है । ★ राजस्थान में न्यूनतम ऊन उत्पादक  जिला झालावाड़ है । ★  केंद्रीय ऊन बोर्ड की स्थापना 1987 में की गयी । ★  केंद्रीय ऊन बोर्ड का मुख्यालय जोधपुर में है । ★  केंद्रीय ऊन बोर्ड का वर्तमान अ

राजस्थान में पशु सम्पदा । गायों की नस्ल । गायों के प्रकार । राजस्थान में गायें। cows in rajasthan । types of cows । animals in rajasthan

गाय(COW):- ★ गाय पालने  में देश मे प्रथम राज्य मध्यप्रदेश है । ★  गाय पालने में देश मे राजस्थान का स्थान  5वां है । ★  गाय पालने में राजस्थान में प्रथम जिला उदयपुर है । ★  गाय पालने में राजस्थान में अंतिम जिला धौलपुर है । ★  गाय व भैस का मांस बीफ कहलाता है । ★  विश्व की सबसे सुंदर गाय की नस्ल आयर सायर है । ★  सर्वाधिक दूध देने वाली गाय होलिस्ट्रीयन गाय है । ★  देश की प्रथम गौमूत्र रिफाइनरी जालौर(राजस्थान ) राज्य में है । ★  देश की सबसे बड़ी गौशाला पथमेड़ा (जालौर), राजस्थान में है ★  कामधेनु विश्व विद्यालय पथमेड़ा (जालौर), राजस्थान में है। ★ गौ संवर्धन फार्म भस्सी जयपुर में है । ★  गौ वत्स परिपालन केंद्र नोहर, हनुमानगढ़ ,राजस्थान में है । ★  गुल मदर फार्म  चांदन जैसलमेर में है । ★  गौमूत्र केंद्र सांचौर जालौर में है । ★  गौमूत्र से फिनाइल बनाने का कारखाना हिंगोनिया गौशाला जयपुर । प्रमुख नस्लें :- Trick "मेव हरी का सारा माल गिरना था "  मेव - मेवाती हरी - हरियाणवी  का - कांकरेज सा - सांचोरी रा - राठी मा - मालवी  गिर - गिर ना -  नागौरी थ

राजस्थान में पशु सम्पदा । ऊँटो की नस्ल । ऊँट के प्रकार । types of camel । Qualities of camel । animals in rajasthan

          राजस्थान में पशु सम्पदा ।  ऊँटो की नस्ल । ऊँट के प्रकार ।  types of camel । Qualities of camel ।  animals in rajasthan ऊँट (CAMEL):-                              उपनाम -  रेगिस्तान का जहाज कहते है । ★  रेगिस्तान का राजकीय पशु है जिसकी घोषणा 30 जून 2014 को की गई  तथा इसको लागू 19 सितंबर 2014 को की गई । ★ ऊँटो की दृष्टि से देश मे प्रथम  राजस्थान है । ★  राजस्थान में प्रथम बाड़मेर है । ★  राजस्थान में अंतिम  धौलपुर व झालावाड़ है । ★  भारत मे केंद्रीय ऊँट प्रजनन केंद्र -  जोहड़बीड (बीकानेर)  में है । ★  राजस्थान में ऊँट चरवाह जाती - रायका व रेवारी प्रमुख है । ★  ऊंटों के वयस्क होने की उम्र - 5 वर्ष लगभग होती है। ★  ऊंटों में प्रमुख रोग -  सर्रा  व  तिवर्षा  पाया जाता है । ★  राजस्थान में एक मात्र ऊँटो का अस्पताल जयपुर में है । ★  ऊंट की खाल पर सोने के सूक्ष्म चित्रांकन को   - मनोबल या मुनबली कला व उस्ता कला  (बीकानेर की प्रशिद्ध है ) कहते है । ★  ऊंट की खाल से बने बर्तन को - कुप्पे या कूपी (जो तेल या पानी डालने के लिए उपयोग किये जाते है) कहते है । ★  राजस्थान म

राजस्थान में पशु सम्पदा । बकरी की नस्लें । बकरी की नस्लों के प्रकार । types of goat ।

पशु सम्पदा ★  राजस्थान का पशुपालन मंत्री - प्रभुलाल जोशी है । ★  पशुपालन विभाग की स्थापना - 1957 को हुई । ★  पशुधन विकास बोर्ड की स्थापना - 1998 को हुई । ★  पशुगणना का वर्ष अंतराल - 5 वर्ष का होता है । ★  नवीनतम पशु गणना 19वीं है जो (2012 - 2017) तक है । ★  विभाग -राजस्व मण्डल अजमेर ★  राजस्व मण्डल की स्थापना - 1949 को हुई । ★  वर्तमान अध्यक्ष - अशोक शेखर है । ★  राजस्वमंत्री - अमराराम चौधरी है । ★  नवीनतम पशुगणना के तहत राजस्थान में कुल पशुधन 577.32 लाख ★  18वीं पशुगणना के तहत कुल पशुधन 566.63 लाख ★   भारतीय अर्थव्यवस्था में राजस्थान के पशुधन का योगदान 19% है । ★  राजस्थान में देश का 11.2% पशुधन पाया जाता है । ★  पशुधन की दृष्टि से देश का पहला राज्य उत्तरप्रदेश है । ★  राजस्थान का स्थान 2वां (दूसरा)  है । ★  राजस्थान में प्रथम स्थान - बाड़मेर जिले का है ★  राजस्थान में अंतिम स्थान - धौलपुर जिले का है । ★  राजस्थान का पशुघनत्व 169 /वर्ग किमी है । ★  सर्वाधिक पशुघनत्व डूंगरपुर जिले में  306 पशु /वर्गकिमी है । ★  न्यूनतम पशुघनत्व जैसलमेर जिले में  74 पशु / वर्गकिमी

बहुभुज की परिभाषा | बहुभुज के प्रकार | बहुभुज की विशेषता | Qualities of polygons |. Definition of polygon. |. Types of polygons

बहुभुज polygon - केवल रेखाखण्डों से बना सरल बन्द वक्र बहुभुज कहलाता है बहुभुज दो प्रकार के होते है- (i) सम बहुभुज तथा  (ii)  विषम बहुभुज सम बहुभुज :-                       ऐसा बहुभुज जिसकी प्रत्येक भुजा तथा प्रत्येक अन्तःकोंण बराबर माप के होते है , सम बहुभुज कहलाता है । विषम बहुभुज :-                          ऐसा बहुभुज जिसकी प्रत्येक भुजा तथा प्रत्येक अन्तःकोण बराबर माप के नही होते है , विषम बहुभुज कहलाता है । इन दोनों प्रकार के बहुभुजों में भी दो प्रकार के अन्य बहुभुज हो सकते है , जैसे - (i) उत्तल बहुभुज , (ii) अवतल बहुभुज । (i)उत्तल बहुभुज :-                         जो बहुभुज उत्तल होते है उनके विकर्णों का कोई भी भाग बहिर्भाग में नही होता है  इसका प्रत्येक कोण 180° से छोटा होता है । (ii) अवतल बहुभुज :-                                  जो बहुभुज अवतल होते है उनके विकर्णों का कोई भाग बहिर्भाग में होता है इसका कम से कम एक कोण अवश्य ही 180° से बड़ा होता है । चतुर्भुज -                 चार रेखाखण्डों से बना सरल बन्द वक्र चतुर्भुज कहलाता है । ●  एक ऐसा चतुर्भुज , जिस

वायुमंडल की परतें | वायूमण्डल की परतों का विवरण layers of atmosphere notes | description of layers

वायुमंडल की परतें | वायूमण्डल की परतों का विवरण  layers of atmosphere notes वायुमण्डल की प्रमुख परतें - पृथ्वी के चारों ओर वायु का आवरण वायुमण्डल कहलाता है। वायु की गति एमीमोमीटर में मापी जाती है । वायुदाब मापने के यंत्र बैरोमीटर है । वायुदाब मापने की इकाई मिलीबार \ पास्कल है । वायुमण्डल की मुख्यतः पाँच परतें है - [1] क्षोभमंडल (Tropisphere)-                          परिवर्तनकारी मण्डल / विक्षोभ मण्डल / संहवनीय मण्डल / ट्रोपोस्फीयर ◆  वायुमण्डल की सबसे नीचली परत है । ◆  इस परत में मौसम सम्बन्धी घटनाएं जैसे आँधी, तूफान , वर्षा , बादल का बनना आदि। ◆  इस परत में ऊंचाई के साथ तापमान घटता है । ◆  165 मीटर की ऊँचाई पर जाने से -1℃  तापमान कम हो जाता है । ◆  32 मीटर की गहराई में  जाने पर 1℃ तापमान बढ़ जाता है । ◆  इस परत की ऊँचाई 8 से 18km होती है । ◆  क्षोभ सीमान्त को मौसम सम्बन्धी घटनाओँ की छत कहते है । ◆  इस मंडल में जेटस्ट्रीम धारायें चलती है । [2]  समताप मण्डल / स्ट्रेटोस्पीयर :-                                                    इस परत में ऊँचाई के साथ तापमान में

Religion in india | History of jain religion notes l भारत में धर्म l जैन धर्म का इतिहास jain dharm ka itihaas notes

Religion in india | History of jain religion notes l भारत में धर्म | जैन धर्म का इतिहास जैन धर्म jain religion जैन 'जीन' शब्द से बना है जिसका शाब्दिक अर्थ है ज्ञानेन्द्रियों पर विजय प्राप्त करने वाले । ● जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव/आदिनाथ थे । ● जैन धर्म में 24 तीर्थंकर हुए है । ● प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव है । ● 22वें तीर्थंकर अरिष्टनेमी/ नेमिनाथ है । ● 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ है। ● 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी है। ● पार्श्वनाथ ने सत्य ,अहिंसा,अस्तेय, अपरिग्रह चार महाव्रत दिए । ● जैन धर्म के वास्तविक संस्थापक महावीर स्वामी को कहते है । ● ऋषभदेव व अरिष्टनेमी का नाम ऋगवेद में मिलता है । ● जैन धर्म निर्वाण कस अर्थ मोक्ष की प्राप्ति करना है । ● ज्ञान की प्राप्ति को कैवल्य कहते है । ● महावीर स्वामी ने 30 वर्ष की आयु में ग्रह त्याग दिया । ● जम्बिग्राम (बिहार) में ऋजुपालिका नदी के किनारे सॉल वृक्ष के नीचे 12 वर्ष की कठोर तपस्या करने के पश्चात 42 वर्ष की आयु में कैवल्य की प्राप्ति हुई तथा महावीर स्वामी जैन धर्म व निर्ग्रन्थ कहलाये । ● जैन धर्म में 5 महावत है- 1.सत्य

भारत मे कृषि (फसलें बीज अनाज गेहूँ ,कपास , गन्ना, चावल , मसाले , चाय ) Agriculture in india seeds ,tea, rice, corn ,tobacco, flour notes

भारत मे कृषि (फसलें बीज अनाज ) Agriculture in india seeds , भारत मे कृषि :-                        एग्रीकल्चर लैटिन भाषा के एग्रोस व कल्चर शब्द से बना है एग्रोस का अर्थ भूमि व कल्चर का अर्थ जुताई या पालन । ★भारत की 70℅ जनसँख्या कृषि पर निर्भर करती है। ★ भारत के कुल क्षेत्रफल के 51℅ भाग पर कृषि कार्य किया जाता है तथा  4% भाग पर पशु चारण या पशु पालन किया जाता है तथा 20% भाग पर वन स्थित है । निम्न कृषियों के अध्ययन की जानकारी निम्न प्रकार  है-             कृषि                              अध्ययन  सेरिकल्चर                -         रेशम के कीटों के अध्ययन   एपीकल्चर                -         मधुमक्खियों का अध्ययन एग्रीकल्चरल              -         कृषि का अध्ययन  विटीकल्चर               -         अँगूरों का अध्ययन  फोर्टीकल्चर              -         फलों व सब्जियों का अध्ययन होर्सीकल्चर               -         घोड़ों का अध्ययन फ़िशी कल्चर             -         मत्स्य पालन का अध्ययन कृषि से संबंधित क्रांतियाँ :-           क्राँति                              सम्बन्

ज्यामिती(त्रिभुज, आयत, चतुर्भुज, वर्ग, वृत) के महत्वपूर्ण नियम Important rules of geometry (circle,square,triangle, quadrilaterals,rectangle)

ज्यामिती(त्रिभुज, आयत, चतुर्भुज, वर्ग, वृत) के महत्वपूर्ण नियम  Important rules of geometry (circle,square,triangle, quadrilaterals,rectangle) ★ दो समान्तर सरल रेखाओं से समान्तर दूरी पर स्थित बिंदुओं का बिंदुपथ क्या कहलाता है - दोनों समान्तर सरल रेखाओ के मध्य समान्तर रेखा । ★ एक ही आधार हो तथा उस पर समान कोण आन्तरित हो या क्षेत्रफल में समान त्रिभुज हो या समान भुजा वाले त्रिभुज हो तो उनका बिंदुपथ क्या होगा - आधार के समान्तर शीर्ष बिन्दुओ को मिलाने वाली रेखा । ★ वृत के केंद्र से समान दूरी पर स्थित बिंदुओं का बिंदुपथ क्या होगा - वृत की परिधि । ★ किसी कोण की भुजाओं से समान दूरी पर स्थित बिंदुओं का बिंदुपथ क्या होगा - उस कोण को समद्विभाजित करने वाली रेखा । ★समतल से लुढ़कने वाले वृत के केंद्र का बिंदुपथ क्या होगा - समतल के समान्तर रेखा । ★दो बिंदुओं में होकर गुजरने वाले वृतों के केंद्रों का बिंदुपथ - दोनो बिन्दुओ को मिलाने वाली रेखा का लम्बअर्धक । ★समद्विबाहु त्रिभुज में शीर्ष का बिंदुपथ क्या होगा - आधार की लम्ब अर्धक रेखा । ★ किसी भी वृत की त्रिज्याओ के मध्य बिंदुओं का बिंदुप

आयत वर्ग चतुर्भुज वृत त्रिभुज ज्यामिति के बहुत महत्वपूर्ण नियम very most important rule of geometry triangle rectangle square circle quadrilateral

ज्यामिति के बहुत महत्वपूर्ण नियम very most important rule of geometry ★  दो बिदुओं में होकर गुजरने वाले वृतों के केंद्र का बिंदु  पथ क्या कहलाता है  -    उन बिन्दुओ को मिलने वाली सरल रेखा की लम्बअर्द्धक रेखा । ★  माध्यिकाओ का प्रतिच्छेद बिन्दु होता है - केन्द्रक ★  समतल या सड़क पर लुढ़कने वाले वृत या टायर के केंद्र का बिंदुपथ - सड़क या समतल के समांतर रेखा । ★ वृत के केंद्र से समान दूरी पर स्थित बिन्दुओ का बिंदुपथ कहलाता है  - परिधि । ★  किसी त्रिभुज में शीर्ष से समदुरस्थ बिंदुओं का बिंदु पथ होता है - परिकेन्द्र । ★ किसी त्रिभुज में भुजाओं से समदुरस्थ बिन्दुओ का बिंदुपथ होता है - अन्तःकेन्द्र । ★ ऐसा समान्तर चतुर्भुज जिसके कोण व विकर्ण बराबर हो क्या कहलाता है - आयत । ★  ऐसा समान्तर चतुर्भुज जिसकी चारों भुजाएँ बराबर व विकर्ण परस्पर समकोण पर समद्विभाजित करते हो क्या  कहलाता है - समचतुर्भुज । ★ ऐसा समान्तर चतुर्भुज जिसकी चारों भुजाएँ  व चारों कोण बराबर हो तथा विकर्ण बराबर व समकोण पर समद्विभाजित करते हो क्या  कहलाता है - वर्ग । ★ त्रिभुज की दो भुजाओं के मध्य बिन्दुओ को मिल

प्रमुख भारतीय पुस्तके और उनके लेखक writers of indian books

प्रमुख भारतीय पुस्तके और उनके लेखक writers of indian books पुस्तकें                   -                लेखक महाभारत          -                 वेदव्यास कामायनी            -               जयशंकर प्रसाद हर्षचरित              -              बाणभट्ट  पंचतंत्र              -                 विष्णु शर्मा गोरा             -                     रविन्द्र नाथ टैगोर पृथ्वीराज रासों          -          चन्दबरदाई बुद्ध चरितम           -             अश्वघोष उर्वशी           -                     रामधारीसिंह दिनकर झूठा सच                 -           यशपाल  कादम्बरी                   -         बाणभट्ट गोदान              -                  मुंशी प्रेमचंद सनी डेज        -                    सुनील गावस्कर सत्यार्थ प्रकाश    -                  दयानंद सरस्वती मेघदूत                 -               कालिदास अर्थशास्त्र             -                कौटिल्य अकबर नामा       -                 अबुल फजल आईने अकबरी       -               अबुल फजल आनंद मठ       -                     बंकिमचंद्र चट