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गृह व्यवस्था । गृह व्यवस्था का अर्थ । गृह व्यवस्था का उद्देश्य । गृह व्यवस्था के लाभ । अच्छी गृह व्यवस्था का अभ्यास । 5'S अवधारणा । 5'S के उद्देश्य । House keeping | Meaning of House Keeping | Purpose of House Keeping | Advantage of House Keeping | Practice of Good House Keeping | Concept of 5'S | Objectives of 5'S


गृह व्यवस्था (House Keeping)

[1.1] गृह व्यवस्था का अर्थ (Meaning of House Keeping) :-
             गृह व्यवस्था वह कला है, जिसके द्वारा घर के समस्त कार्यों को उत्तम ढंग से करने के साथ साथ उपलब्ध संसाधनों से अधिक से अधिक लाभ एवं सफलता प्राप्त करने में सहायता मिलती है । किसी संस्थान के लिए गृह व्यवस्था का तात्पर्य कार्यस्थल को सुरक्षित एवम स्वच्छ रखने से है । क्योंकि खराब गृह व्यवस्था अविभिन्न खतरों तथा घटनाओं का कारण बन सकती है। 


[1.1] गृह-व्यवस्था का उद्देश्य (Purpose of House Keeping):- 
                  गृह व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य  कार्यस्थल पर आवश्यक मशीनरी , विभिन्न प्रकार के उपकरण तथा औजारों की धूल , गंदगी एवं जंग से सम्बंधित तत्वों से सुरक्षित रखना है।  इसके अतिरिक्त गृह व्यवस्था के माध्यम से कार्यों के सुचारू, व्यवस्थित एवम सुरक्षापूर्वक संचालन और निष्पादन में सहायता करना है , क्योंकि अच्छी गृह व्यवस्था के अभाव में निम्न दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है जो निम्न है -

(i) चोट लगना (Injury)
   फर्श पर पड़े अव्यवस्थित वस्तुओं से कार्यरत कर्मचारी चोटिल हो सकते है ।

(ii) फर्श पर गिरना (Fall on the Floor)
     कार्यस्थल के फर्श पर ग्रीस का लगा होना या फर्श के गीला होने पर कर्मचारियों का फर्श पर गिर जाना संभव है । 

(iii) उपयुक्त औजार के अभाव में चोट लगना (Injury Due to Lack of Appropriate Instrument)
उपयुक्त समय पर उपयुक्त औजारों के न मिलने की स्थिति से दूसरे औजारों के उपयोग (यथा प्लायर के स्थान पर पेंचकस का उपयोग ) करने से चोट लगना भी सम्भव है ।


[1.2] गृह-व्यवस्था के लाभ (Advantages of House Keeping)
उचित गृह व्यवस्था के कुछ लाभ भी होते हैं , जिन्हें निम्न तथ्यों के द्वारा व्यक्त किया जा सकता है - 

(i)  कर्मचारियों के दुर्घटना में कमी (Decrease in Accident of Employees)
   उचित गृह व्यवस्था के परिणामस्वरूप कार्यस्थल का फर्श चिकना या गीला नहीं होता है। इससे कर्मचारियों के दुर्घटना की संभावना कम होती है । 

(ii)  अग्नि दुर्घटना में कमी (Decrease in Fire Related Accident)
कार्यस्थल पर अग्नि से सम्बन्धित वस्तुओं के न होने से आग लगने की घटना कम होती है । 

(iii) हानिकारक तत्वों से सुरक्षा (Safety from Harmful Objects)
कार्यस्थल पर अनेक प्रकार के हानिकारक तत्वों ; जैसे - धूल कण एवं वाष्प आदि से कर्मचारियों को सुरक्षा मिलती है । 

(iv) स्वास्थ्य लाभ (Well being)
कार्यस्थल पर अनुकूल एवं स्वच्छ वातावरण होने के परिणामस्वरूप कर्मचारियों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ होता है ।

(v) समय की बचत (Time Saving)
विभिन्न प्रकार के औजारों के व्यवस्थित होने से उपयुक्त समय पर औजार उपलब्ध हो जाते है, जिससे समय का अपव्यय नही होता है । 

(vi) उत्पादन में वृद्धि (Increase in Productivity)
कार्यस्थल पर समुचित व्यवस्था एवं अनुकूल वातावरण होने के फलस्वरूप उत्पादन में सम्भावित वृद्धि होती है । 



[1.3] अच्छी गृह व्यवस्था का अभ्यास (Practice of Good House Keeping)
  अच्छी गृह व्यवस्था के अभ्यास से तात्पर्य एक ऐसी व्यवस्था या प्रबन्ध से है, जिसके अन्तर्गत कार्यस्थल पर आवश्यक वस्तुओं के प्रवेश , निकासी तथा उनके संग्रहण एवं स्थानान्तरण आदि से सम्बन्धित कार्य व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न हो। अतः इस दृष्टि से यह आवश्यक है कि इन सभी कार्यों के लिए उचित प्रबन्ध की व्यवस्था हो । इन कार्यों की पूर्ति के लिए कर्मचारियों के लिए विभिन्न कार्यों से सम्बंधित उचित प्रशिक्षण की व्यवस्था उपलब्ध करानी चाहिए । 
  अच्छी गृह व्यवस्था हेतु कुछ प्रमुख अभ्यास आवश्यक है जिन्हें निम्न तथ्यों के द्वारा व्यक्त किया जा सकता है - 

(i) योजना बनाना एवं क्रियान्वयन करना (Planing and Implementation)
  गृह व्यवस्था कार्यक्रम के लिए उपयोगी योजनाएँ बनाना एवं उन योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन करना अति आवश्यक है। 

(ii) उपयुक्त व्यक्ति की नियुक्ति एवं दायित्वों का विभाजन करना (Appointment of Suitable Candidate and Distribution Responsibility)   कार्यक्रम के लिए कार्यस्थल को विभिन्न स्वच्छता क्षेत्रों (Cleaning Zones) में विभाजित करना एवम विभिन्न क्षेत्रों के लिए एक उपयुक्त व्यक्ति को नियुक्त करने आवश्यक है। इससे उपयुक्त व्यक्ति को सम्बन्धित क्षेत्र की गृह व्यवस्था के लिए जिम्मेदार समझा जाएगा । 

(iii) अनावश्यक वस्तुओं का निस्तारण (Disposal of Unnecessary Items) अनावश्यक एवं अपवर्ज्य वस्तुओं का समय से निस्तारण किया जाना चाहिए । 



[1.4] 5'S अवधारणा (Concept of 5'S)
सामान्यतः 5'S  अवधारणा की विधि किसी भी संगठन द्वारा लागू होने वाली प्रथम विधि है। यह ऐसी अवधारणा है, जिसको अपनाकर कार्यप्रणाली को वर्तमान स्थिति से व्यवस्थित किया जा सकता है । इस अवधारणा की विशेषता यह है कि यह एक व्यवस्थित कार्यप्रणाली को निरन्तर रखते हुए अपव्यय में कमी एवं उत्पादकता में वृद्धि लाती है। 
5'S अवधारणा  5 जापानी शब्दों का एक समूह है,    जो निम्न प्रकार से है - 
1. SEIRI (Sorting)
2. SEITON (Setting in Order)
3. SEISO (Simplifying)
4. SEIKETSU (Standardising) 
5. SHITSUKE (Self-Discipline)

उपरोक्त दिए गए शब्दों की व्याख्या निम्न प्रकार है - 

(i) छँटनी (Sorting)  छंटनी से तात्पर्य सभी अनावश्यक कल पुर्जों , उपकरणों एवं वस्तुओं (अलग करने) से है । इसके अन्तर्गत प्रत्येक उपकरण का सावधानीपूर्वक निरीक्षण करके बेकार की वस्तुओं को हटा दिया जाता है। 

(ii) क्रम का निर्धारण (Setting in Order) इसके अन्तर्गत प्रत्येक वस्तु के लिए एक उपयुक्त एवं निर्धारित स्थान होना चाहिए । प्रत्येक वस्तु की व्यवस्था उस स्थान के समीप हो, जहां पर उसका उपयोग सर्वाधिक होता हो, जिससे कि उपयुक्त वस्तु को ढूंढने में मजदूरों के समय का अपव्यय न हो और कार्य आसानी से हो सके । 

(iii) सरलीकरण (Simplifying) वस्तु उत्पादन की कार्यप्रणाली आसान तथा सुस्पष्ट होनी चाहिए , जिससे वस्तु उत्पादन में कोई कठिनाई उत्पन्न न हो। 

(iv) प्रमापीकरण (Standardizing) सभी प्रकार की वस्तुएं एवं उपकरण प्रमाणित तथा वस्तु का स्तर समान होना चाहिए । इसके अतिरिक्त प्रत्येक कार्यकारी व्यक्ति को स्वयं की जिम्मेदारी का पता होना चाहिए । इससे किसी प्रकार की लापरवाही नही होती है । 

(v) स्वंय अनुशासन (Self Discipline) इसके अन्तर्गत प्रमापों को निर्धारित एवं उनका अवलोकन करना चाहिए । अतः इसमें 4'S का ध्यान रखने से 5'S स्वयं लागू हो जाता है।



[1.5] 5'S के उद्देश्य (Objectives of 5'S) 5'S अवधारणा के उद्देश्य निम्न प्रकार से है - 

(i) गुणवत्ता (Quality)  सामान्यतः किसी कार्यस्थल पर धूल या गन्दगी के प्रभाव की मात्रा उत्पाद व उसकी निर्माण प्रक्रिया के अनुसार भिन्न भिन्न होती है , किन्तु ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहाँ धूल या गन्दगी को अच्छा कहा जाए । इस संदर्भ में यदि किसी उपभोक्ता को दी जाने वाली वस्तु के साथ उपलब्ध कराए जाने वाले कागजात भी गन्दे हों , तो लोगों में कम्पनी और उसकी कार्यप्रणाली के प्रति नकारात्मक भावना उत्पन्न होती है । 
       वास्तव में, यह अवधारणा धूल/ गन्दगी की समस्या के समाधान के अतिरिक्त भी बहुत सारे कार्य करती है; यथा - अनुपयुक्त ले - आउट के कारण अत्यधिक आवागमन के तहत उत्पादन का क्षतिग्रस्त होना अथवा उपयुक्त औजार के स्थान पर दूसरे औजार के उपयोग से अनावश्यक क्षति होना आदि ।

(ii) उन्नत संयन्त्र अनुरक्षण (Advance Plant Maintenance)
संयंत्र के किसी खण्ड को साफ सुथरा रखने का दायित्व सम्बन्धित खण्ड के कामगार का होता है एवं निष्पादन पर उसके प्रभाव से पूर्व महत्वपूर्ण समस्याओं को उजागर करने के लिए स्वामित्व ग्रहण कर सकता है । 
   उत्पादन के विभिन्न कामगारों के कार्य का विभाजन भिन्न भिन्न व्यवस्था के अनुसार भिन्न भिन्न होता है; जैसे - उत्पादन कामगार एवं विशेषज्ञ अनुरक्षण इंजीनियरों का कार्य भिन्न भिन्न होता है, किन्तु स्वामित्व 'सेवा प्रदाता' के अन्तर्गत होने के सिवाय व्यवसाय के तहत ही होता है । 

(iii) स्वास्थ्य एवं सुरक्षा (Health and Safety)
   इसके अन्तर्गत कामगारों को बेहतर स्वास्थ्य एवम सुरक्षा का लाभ मिलता है । इसमें कार्य बैंचों और स्टोरेज रैंकों से दुर्घटनाएँ कम होती है; जैसे - फर्श का साफ सुथरा होना एवं गुणवत्ता की भाँति सुव्यवस्थित तथा साफ मानक पद्धति के अधिक अनुकूल होती है ।
         अतः 5'S अवधारणा को ग्रहण करने वाला प्रत्येक प्रबन्धक इस बात पर सहमत है कि 5'S अवधारणा को उद्देश्य से प्रेरित होना चाहिए । 

















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