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Showing posts from February, 2019

सूचना प्रौद्योगिकी । सूचना प्रौद्योगिकी का महत्व । सूचना सुरक्षा में करने व न करने योग्य । सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 । सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम , 2008 । साइबर अपराध । साइबर क्राइम के अवयव । साइबर क्राइम से सजा । इंटरनेट ससिक्योरिटी के लिए खतरा: मालवेयर । मालवेयर केके प्रमुख तत्व । इंटरनेट सुरक्षा के प्रोडक्ट । Information Technology | Importance of Information Technology | Do's and Don'ts in Information Security | Information Technology Act,2000 | Information Technology Act,2008 (Amendment) | Cyber Crime | Elements of Cyber Crime | Punishment from Cyber Crime | Threats to Internet Security: Malware | Components of Malware | Products of Internet Security

[1]  सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology):-  सूचना प्रौद्योगिकी या आईटी, प्रायः व्यावसायिक या प्रौद्योगिकी सन्दर्भ में डाटा स्टोर, रिट्रीव , ट्रांसमिट तथा मैनिपुलेट करने हेतु कम्प्यूटरों तथा टेलीकम्युनिकेशन उपकरणों का एक एप्लिकेशन है । हालांकि यह कम्प्यूटर तथा कम्प्यूटर नेटवर्क के समानार्थी के रूप में प्रयुक्त किया जाता है। किंतु इसके अन्तर्गत अन्य सूचना विवरण तकनीक ; जैसे - टीवी , टेलीफोन आदि भी आते है । सूचना प्रौद्योगिकी वह तकनीक है, जिसमे टेलीकम्युनिकेशन तथा कम्प्यूटर तकनीक , सूचना प्रदान करने हेतु एक साथ कार्य करती है।     सूचना प्रौद्योगिकी आंकड़ों की प्राप्ति , सूचना संग्रह , परिवर्तन , आदान प्रदान , अध्ययन , डिज़ाइन आदि कार्यों तथा इन कार्यों के निष्पादन के लिए आवश्यक कम्प्यूटर हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर अनुप्रयोगों से सम्बंधित है।    संचार क्रांति के फलस्वरूप , अब इलेक्ट्रॉनिक संचार को सूचना प्रौद्योगिकी का एक प्रमुख घटक माना जाने लगा है और उसे सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (Information and Communication Technology- ICT) भी कहा जाता है । एक उद्योग के तौर पर यह एक उभरता हु

गृह व्यवस्था । गृह व्यवस्था का अर्थ । गृह व्यवस्था का उद्देश्य । गृह व्यवस्था के लाभ । अच्छी गृह व्यवस्था का अभ्यास । 5'S अवधारणा । 5'S के उद्देश्य । House keeping | Meaning of House Keeping | Purpose of House Keeping | Advantage of House Keeping | Practice of Good House Keeping | Concept of 5'S | Objectives of 5'S

गृह व्यवस्था (House Keeping) [1.1] गृह व्यवस्था का अर्थ (Meaning of House Keeping) :-               गृह व्यवस्था वह कला है, जिसके द्वारा घर के समस्त कार्यों को उत्तम ढंग से करने के साथ साथ उपलब्ध संसाधनों से अधिक से अधिक लाभ एवं सफलता प्राप्त करने में सहायता मिलती है । किसी संस्थान के लिए गृह व्यवस्था का तात्पर्य कार्यस्थल को सुरक्षित एवम स्वच्छ रखने से है । क्योंकि खराब गृह व्यवस्था अविभिन्न खतरों तथा घटनाओं का कारण बन सकती है।  [1.1] गृह-व्यवस्था का उद्देश्य (Purpose of House Keeping):-                    गृह व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य  कार्यस्थल पर आवश्यक मशीनरी , विभिन्न प्रकार के उपकरण तथा औजारों की धूल , गंदगी एवं जंग से सम्बंधित तत्वों से सुरक्षित रखना है।  इसके अतिरिक्त गृह व्यवस्था के माध्यम से कार्यों के सुचारू, व्यवस्थित एवम सुरक्षापूर्वक संचालन और निष्पादन में सहायता करना है , क्योंकि अच्छी गृह व्यवस्था के अभाव में निम्न दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है जो निम्न है - (i) चोट लगना (Injury)    फर्श पर पड़े अव्यवस्थित वस्तुओं से कार्यरत कर्मचारी चोटिल हो

कम्प्यूटर नेटवर्किंग | Computer Networking | कम्प्यूटर नेटवर्क का अर्थ | Meaning of Computer Network | नेटवर्किंग के लाभ | Benefits of Networking | कम्प्यूटर नेटवर्क के अवयव | Components of Computer Network | कम्प्यूटर नेटवर्क के प्रकार | Types of Computer Network | नेटवर्क टोपोलॉजी | Network Topology | नेटवर्किंग युक्तियाँ | Networking Devices

[1] कम्प्यूटर नेटवर्क का अर्थ (Meaning of Computer Network) :-       जब दो या दो से अधिक कंप्यूटर किसी माध्यम की सहायता से परस्पर सम्पर्क में रहते है तो इस व्यवस्था को कप्यूटर नेटवर्क कहते है । इससे महत्वपूर्ण डाटा तथा सूचनाओं को विभिन्न कम्प्यूटरों में उपलब्ध कराया जाता है ।         कम्प्यूटर नेटवर्क एक से अधिक कम्प्यूटर को किसी संचार माध्यम से आपस मे इस प्रकार जोड़ता है कि वे अपना संदेश दूसरा को भेज सकें तथा उनसे प्राप्त भी कर सके । चित्र में एक सामान्य कंप्यूटर अपने नेटवर्क में रहते हुए दूसरे नेटवर्क के कप्यूटर के साथ भी संपर्क कर सकते है ।           किसी नेटवर्क में डाटा के ट्रांसफर की मूल तकनीक को पैकेट स्विचिंग (Packet Switching) कहा जाता है । किसी उपयोगकर्ता द्वारा भेजे जाने वाले डाटा , जिसे प्रायः संदेश (Message) कहा जाता है, को कुछ छोटी इकाइयों में तोड़ा जाता है , जिन्हें पैकेट (Packet) कहते है । प्रत्येक पैकेट को अलग अलग मानकर किसी निश्चित पते पर नेटवर्क के माध्यम से भेजा जाता है । इन पैकेटों को तब तक एक पैकेट स्विचिंग एक्सचेंज (PSE)  से दूसरे एक्सचेंज तक भेजा जाता रहता ह

श्रमिक कल्याण अधिनियम LABOUR WELFARE LEGISLATION की पूर्ण जानकारी | ITI COPA, Fetter , Diesel, Machenical important question and topic

श्रमिक अधिनियम (LABOUR LEGISLATION) :-           औद्योगिक जगत में कारखानों के निरन्तर विकास के फलस्वरूप उद्योगों से अधिक लोग काम करने लगे । श्रमिक से मनचाहा काम लेना , मजदूरी भी कम से कम देना आदि प्रकार से उद्योगपतियों द्वारा श्रमिकों का शोषण होने लगा । इस शोषण को रोकने के लिए तथा श्रमिकों के हितों की रक्षा करने के लिए सरकार द्वारा कुछ कानून बनाये गए । इन्हें श्रमिक अधिनियम  कहते  है। ये निम्न प्रकार केे होते है -          (i) कारखाना अधिनियम 1948 - श्रमिको के हित एवम सरक्षंण के लिए ।  (ii) श्रमिक क्षतिपूर्ति अधिनियम 1923  - नियोजक द्वारा श्रमिकों को अलग अलग क्षति के भुगतान के लिए ।  (iii) कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम 1948   - कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए।   (iv) मजदूरी भुगतान अधिनियम 1936  - कामगारों द्वारा अर्जित की गई मजदूरी को सरक्षंण प्रदान करने के लिए । (v) प्रसूति लाभ अधिनियम 1961  - महिला कर्मचारी के लिए प्रसूति के दौरान प्राप्त होने वाले लाभों के लिए ।  (vi) कर्मचारी भविष्य निधि कोष एवं उपबन्ध कोष अधिनियम 1952  - कर्मचारियों की सेवा निवृति के पश्चा