ब्रह्माण्ड | सौरमण्डल | Solar System | Geography | पृथ्वी । ग्रहों/ उपग्रहों (सूर्य,चन्द्रमा,बुध,बृहस्पति, शनि,वरुण,मंगल,शुक्र,पृथ्वी,अरुण)की जानकारी । आकाश गंगा की जानकारी ।
ब्रह्माण्ड | सौरमण्डल | Solar System | Geography | पृथ्वी । ग्रहों/ उपग्रहों की जानकारी । आकाश गंगा की जानकारी ।
ब्रह्माण्ड :-
ब्रह्माण्ड शब्द लैटिन भाषा के कॉसमॉस शब्द से बना है । जिसका शाब्दिक अर्थ व्यवस्थित करना है । ब्रह्माण्ड का अध्ययन कॉस्मोलॉजी में किया जाता है । ग्रह , उपग्रह, नक्षत्र , तारों का अध्ययन एक्टोनोलोजी मे किया जाता है । ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति का सर्वमान्य सिद्धान्त विगवेन्ग सिद्धान्त (महान विस्फोटक सिद्धांत) जॉर्ज लेमेन्टर ने (बेल्जियम) 1960-1970 में दिया ।
● ब्रह्माण्ड में 10 आकाश गंगा है और प्रत्येक आकाश गंगा में 10 तारे है ।
● सबसे बड़ी आकाश गंगा में 10 तारे है ।
● सबसे बड़ी आकाश गंगा एरोमिडा है ।
● सबसे छोटी आकाश गंगा ऑस्ट्रेसीस है ।
● नवीनतम आकाश गंगा ड्वार्फ मंडागिनी है ।
● हमारी आकाश गंगा का नाम मंडागिनी / दुग्ध मेखला / milkyway / ऐरावत पथ है ।
● इसकी आकृति सर्पिलाकार / स्पाइरल है ।
● मंडागिनी के निकट देवयानी आकाश गंगा है ।
● सूर्य का प्रकाश एक वर्ष में जितनी दूरी तय करता है उसे प्रकाश वर्ष कहते है ।
● एक प्रकाश वर्ष में 9.46 x 10 की घात 12 km /10 की घात 15 मीटर ।
● प्रकाश वर्ष दूरी का मात्रक है ।
● दूरी की सबसे बड़ी इकाई पारसेक है ।
● एक पारसेक में 3.26 प्रकाश वर्ष होता है ।
कॉस्मिक वर्ष :- सूर्य ब्रह्मांड का एक चक्र पूरा करने में जितना समय लगता है उसे कॉस्मिक वर्ष कहते है ।
● ग्रहों का गतिय सिद्धांत कैप्लर ने दिया था ।
● टेलिस्कोप / दूरबीन की खोज गैलीलियो ने की थी ।
● सौरमण्डल की खोज कॉपरनिकस (पौलैंड) ने की थी ।
सौरमण्डल(Solar System) :-
● सौरमण्डल का निर्माण सूर्य व 8 ग्रह मिलकर करते है ।
● सौरमण्डल का मुखिया सूर्य को कहते है ।
● सौरमण्डल में यम (pluto) ग्रह को वर्ष 2006 में चेकगणराज्य की राजधानी प्राग में खगोलशास्त्रियों की बैठक में ग्रहों की श्रेणी से हटाकर बौना ग्रह बना दिया गया है ।
● वर्तमान में प्लूटो का क्रमांक 134340 है ।
● प्लूटो को ग्रहों की श्रेणी से हटाने का प्रमुख कारण-
(i) चन्द्रमा से छोटा होना ।
(ii) अपनी कक्षा में चक्कर न लगना ।
[1] सूर्य (Sun):-
● सूर्य एक तारा है ।
● सूर्य की बाहरी सतह का तापमान 6000℃ है ।
● सूर्य के क्रोट / केन्द्र का तापमान 1.50 करोड़ लाख ℃ है ।
● सूर्य की बाहरी सतह को वर्णमण्डल कहते है ।
● सूर्य की बाहरी सतह जो प्रकाश में रहती है उसे प्रकाश मंडल कहते है ।
● सूर्य में हाइड्रोजन - 71% , हीलियम - 26% गैसों के भंडार पाये जाते है ये ऊर्जा के प्रमुख स्रोत है ।
● हाइड्रोजन व हीलियम गैस में नाभिकीय संलयन क्रिया के कारण ऊर्जा की उत्पत्ति होती है ।
● हाइड्रोजन गैस को भविष्य का ईंधन कहते है ।
● सूर्य में पाए जाने वाले काले-काले धब्बों को सौरमंडल कहते है ।
● सूर्य ग्रहण के समय सूर्य के जिस क्षेत्र से x- किरणे उत्सर्जित होती है उस क्षेत्र को सूर्य किरीट , केरिनो सूर्यमुकुट कहते है ।
● तारे अपने प्रकाश से चमकते है ।
● आकाश का रंग नीला सूर्य के प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण दिखाई देता है ।
● अन्तरिक्ष यात्रियों को आकाश का रंग काला दिखाई देता है ।
● सूर्य के प्रकाश का 200 अरब वां भाग पृथ्वी को मिलता है ।
● सूर्य की अनुमानित आयु 5 बिलियन वर्ष है ।
● सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर आने में 8 मिनट 16/30 सेकंड लगते है ।
● सूर्य ब्रह्माण्ड में पूरब से पश्चिम दिशा में चक्कर लगा रहा है ।
● सूर्य के गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण सभी ग्रह व उपग्रह सूर्य की परिक्रमा करते है ।
● उल्का पिंड अपने स्थान पर चक्र लगाते है उसे घूर्णन / परिभ्रमण कहते है ।
● उल्का पिंड सूर्य के चारो और चक्कर लगाते है उसे परिक्रमा/ परिक्रमण कहते है ।
[2] बुध (Mercury):-
● सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है ।
● आकाश गंगा का सबसे छोटा ग्रह है ।
● सबसे तप्त ग्रह है ।
● इसका कोई उपग्रह नही है ।
● इसे संम्पन्नता का देवता कहते है ।
● अपने अक्ष पर 58 दिन में एक चक्र पूरा करता है ।
● सूर्य की परिक्रमा 88 दिन में करता है ।
● बुध के घूर्णन व परिक्रमण में दिनों का अंतराल सबसे कम है ।
[3] शुक्र (Vinus):-
● इसे साँझ का तारा , भोर का तारा , सौन्दर्य का देवता , वीनस की देवी , पृथ्वी की बहिन / भगिनी / जुड़वाँ ग्रह , प्रेशर कुकर की भाँति , सबसे चमकीला ग्रह, सबसे गर्म ग्रह है ।
● इस ग्रह में CO2 गैस की मात्रा 90% पायी जाती है ।
● इस ग्रह के उपग्रह नही है ।
● यह अपने अक्ष पर 243 दिन में एक चक्कर पूरा करता है ।
● यह सूर्य की परिक्रमा 225 दिन में करता है ।
● अपने अक्ष पर सबसे धीमी गति से चक्कर लगाने वाला ग्रह ।
● यह ग्रह घड़ी की विपरीत दिशा में (पूरब - पश्चिम) चक्र लगाता है इसलिए इस ग्रह पर सूर्योदय पश्चिम दिशा में , सूर्यास्त पूरब दिशा में होता है ।
[4]पृथ्वी (Earth):-
● पृथ्वी को नीला ग्रह भी कहते है ।
● एक मात्र ग्रह जिस पर जीवन पाया जाता है ।
● इस पर 71% जल व 29% भूमि है ।
● पृथ्वी का भूमध्य रेखीय व्यास 12757 km व धुर्वीय व्यास 12714 km है ।
● भूमध्य व रेखीय व्यास में 43 km का अन्तराल है ।
● पृथ्वी आने अक्ष 23 1/2° झुकी हुई है तथा अपने कक्ष पर 66 1/2° झुकी हुई है ।
● पृथ्वी अपने अक्ष पर लगभग 24 घण्टे में एक चक्कर पूरा करती है जिसे दैनिक गति कहते है ।
● दैनिक गति के कारण दिन रात बनते है ।
● पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा 365 1/4 दिन में करती है जिसे वार्षिक गति कहते है ।
● वार्षिक गति के कारण ऋतुओं में परिवर्तन आता है ।
● प्रकृति का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है ।
[5] चन्द्रमा (Moon):-
● प्रकृति का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है ।
● चन्द्रमा का अध्ययन सेलेनोलॉजी मे किया जाता है ।
● चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा 27 1/2 दिन में कर लेता है जबकि चन्द्रमा अपने अक्ष पर 29 1/2 दिन में पूरा करता है ।
● चन्द्रमा का सबसे ऊँचा पर्वत लिवनिट्ज़ पर्वत (जो10668 मी.) है ।
● चन्द्रमा पर पहुँचने वाला प्रथम व्यक्ति नील आर्मस्ट्रॉन्ग (अमेरिका) 21 जुलाई 1969 को अपोलो-11 यान से पहुँचा था ।
● नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने सी ऑफ़ ट्रीकबीलिटी
● चन्द्रमा पर शान्ति सागर मरुस्थल भी स्थित है ।
● पृथ्वी से चंद्रमा का 59% भाग दिखाई देता है ।
● वर्ष 2008 में भारत सरकार ने चन्द्रयान-1 चन्द्रमा पर भेजा था ।
● भारत सरकार चन्द्रयान-2 बना रहा है।
[6] मंगल (Mars):-
● मंगल ग्रह को लाल ग्रह भी कहते है।
● इस ग्रह पर सर्वाधिक मात्रा में फेरस ऑक्साइड तत्व पाया जाता है।
● इसके दो प्राकृतिक उपग्रह है -
(i) डिमोश
(ii) फोगोश
● सौरमण्डल का सबसे छोटा उपग्रह डिमोश है ।
● मंगल ग्रह भी पृथ्वी के समान अपने अक्ष पर लगभग 24 घण्टे में एक चक्कर पूरा करता है ।
● इस ग्रह पर भी पृथ्वी के समान दिन-रात बनते है ।
● इस ग्रह पर सबसे ऊँचा पर्वत निक्स ओलपिया है ।
● इस ग्रह पर जीवन की संभावना व्यक्त की गई है ।
● भारत सरकार ने 24 सितम्बर 2014 को मंगल ग्रह पर मॉम (मार्श ऑरबिट मिशन)(Mom) ग्रह स्थापित किया गया है।
● अमेरिका की NASA अंतरिक्ष एजेंसी ने प्यूरोसिटी व मोपेन उपग्रह मंगल ग्रह पर स्थापित किया है ।
NOTE:-
★ बुध , शुक्र, पृथ्वी, मंगल ग्रहों को आंतरिक ग्रहों /पार्थिव ग्रह कहते है ।
★ मंगल व बृहस्पति के मध्य शुक्र /आवान्तर ग्रह पाये जाते है ।
★ वर्ष 2015 में विश्वनाथ आनन्द (भारत) व मलाला यूसुफजई (पाकिस्तान) नागरिकों के नाम पर शुक्र ग्रह का नामकरण किया गया है ।
[7] बृहस्पति (Jupiter):-
● यह सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है
● यह सर्वाधिक भारी ग्रह है ।
● यह भारी पदार्थों से निर्मित ग्रह है ।
● यह लाल विशाल धब्बे वाला ग्रह है ।
● इसे पीला ग्रह भी कहते है ।
● इसका सबसे बड़ा उपग्रह ग्यानिमिड है ।
● ग्यानिमिड सौरमण्डल का सबसे बड़ा उपग्रह है ।
[8] शनि (Saturn):-
● इसे काला ग्रह भी कहते है ।
● सौरमण्डल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है ।
● दूसरा सबसे सर्वाधिक उपग्रह वाला ग्रह है ।
● इसका सबसे बड़ा उपग्रह टीटॉन है ।
● इसका उपग्रह फोबे है ।
● शनि की विपरीत दिशा में चक्र लगाता है ।
[9] अरुण (Uranus):-
● सौरमण्डल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है ।
● इसे लेटा हुआ ग्रह कहते है ।
● यह सबसे चपटा ग्रह है ।
● यह शुक्र ग्रह की भांति घड़ी की विपरीत दिशा में चक्कर लगाता है ।
● इस ग्रह पर सूर्योदय पश्चिम दिशा में तथा सूर्यास्त पूरब दिशा में होता है ।
● इस ग्रह की खोज विलियम हर्सेल ने 1781 ई. में की थी ।
[10] वरुण (Neptune):-
● सूर्य से सबसे दूरस्थ ग्रह है ।
● यह सबसे ठंडा ग्रह है ।
● यह सौरमण्डल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह है ।
● इसकी खोज जहांन गाले ने की थी ।
● यह पृथ्वी से दूरस्थ ग्रह है ।
● सूर्य की सर्वाधिक अवधि में परिक्रमा करने वाला ग्रह है ।
NOTE:-
● अपने अक्ष पर सबसे तीव्र गति से घूर्णन (लगभग 9 घण्टे में) करने वाला ग्रह बृहस्पति है ।
● सबसे चमकीला तारा साइरस (डॉगस्टार) है।
● सुप्रसिद्ध पुछल तारा हेली 76 साल बाद 2062 में पृथ्वी पर दिखाई देगा ।
● क्वेसर:- तारा अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा उत्सर्जित करते है उसे क्वेसर कहते है ।
● बिगबियर :- सप्तऋतु तारो के समूह को बिगबियर कहते है ।
● स्मॉलबियर :- सप्तऋषि तारों का छोटा भाग ।
ब्रह्माण्ड :-
ब्रह्माण्ड शब्द लैटिन भाषा के कॉसमॉस शब्द से बना है । जिसका शाब्दिक अर्थ व्यवस्थित करना है । ब्रह्माण्ड का अध्ययन कॉस्मोलॉजी में किया जाता है । ग्रह , उपग्रह, नक्षत्र , तारों का अध्ययन एक्टोनोलोजी मे किया जाता है । ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति का सर्वमान्य सिद्धान्त विगवेन्ग सिद्धान्त (महान विस्फोटक सिद्धांत) जॉर्ज लेमेन्टर ने (बेल्जियम) 1960-1970 में दिया ।
● ब्रह्माण्ड में 10 आकाश गंगा है और प्रत्येक आकाश गंगा में 10 तारे है ।
● सबसे बड़ी आकाश गंगा में 10 तारे है ।
● सबसे बड़ी आकाश गंगा एरोमिडा है ।
● सबसे छोटी आकाश गंगा ऑस्ट्रेसीस है ।
● नवीनतम आकाश गंगा ड्वार्फ मंडागिनी है ।
● हमारी आकाश गंगा का नाम मंडागिनी / दुग्ध मेखला / milkyway / ऐरावत पथ है ।
● इसकी आकृति सर्पिलाकार / स्पाइरल है ।
● मंडागिनी के निकट देवयानी आकाश गंगा है ।
● सूर्य का प्रकाश एक वर्ष में जितनी दूरी तय करता है उसे प्रकाश वर्ष कहते है ।
● एक प्रकाश वर्ष में 9.46 x 10 की घात 12 km /10 की घात 15 मीटर ।
● प्रकाश वर्ष दूरी का मात्रक है ।
● दूरी की सबसे बड़ी इकाई पारसेक है ।
● एक पारसेक में 3.26 प्रकाश वर्ष होता है ।
कॉस्मिक वर्ष :- सूर्य ब्रह्मांड का एक चक्र पूरा करने में जितना समय लगता है उसे कॉस्मिक वर्ष कहते है ।
● ग्रहों का गतिय सिद्धांत कैप्लर ने दिया था ।
● टेलिस्कोप / दूरबीन की खोज गैलीलियो ने की थी ।
● सौरमण्डल की खोज कॉपरनिकस (पौलैंड) ने की थी ।
सौरमण्डल(Solar System) :-
● सौरमण्डल का निर्माण सूर्य व 8 ग्रह मिलकर करते है ।
● सौरमण्डल का मुखिया सूर्य को कहते है ।
● सौरमण्डल में यम (pluto) ग्रह को वर्ष 2006 में चेकगणराज्य की राजधानी प्राग में खगोलशास्त्रियों की बैठक में ग्रहों की श्रेणी से हटाकर बौना ग्रह बना दिया गया है ।
● वर्तमान में प्लूटो का क्रमांक 134340 है ।
● प्लूटो को ग्रहों की श्रेणी से हटाने का प्रमुख कारण-
(i) चन्द्रमा से छोटा होना ।
(ii) अपनी कक्षा में चक्कर न लगना ।
[1] सूर्य (Sun):-
● सूर्य एक तारा है ।
● सूर्य की बाहरी सतह का तापमान 6000℃ है ।
● सूर्य के क्रोट / केन्द्र का तापमान 1.50 करोड़ लाख ℃ है ।
● सूर्य की बाहरी सतह को वर्णमण्डल कहते है ।
● सूर्य की बाहरी सतह जो प्रकाश में रहती है उसे प्रकाश मंडल कहते है ।
● सूर्य में हाइड्रोजन - 71% , हीलियम - 26% गैसों के भंडार पाये जाते है ये ऊर्जा के प्रमुख स्रोत है ।
● हाइड्रोजन व हीलियम गैस में नाभिकीय संलयन क्रिया के कारण ऊर्जा की उत्पत्ति होती है ।
● हाइड्रोजन गैस को भविष्य का ईंधन कहते है ।
● सूर्य में पाए जाने वाले काले-काले धब्बों को सौरमंडल कहते है ।
● सूर्य ग्रहण के समय सूर्य के जिस क्षेत्र से x- किरणे उत्सर्जित होती है उस क्षेत्र को सूर्य किरीट , केरिनो सूर्यमुकुट कहते है ।
● तारे अपने प्रकाश से चमकते है ।
● आकाश का रंग नीला सूर्य के प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण दिखाई देता है ।
● अन्तरिक्ष यात्रियों को आकाश का रंग काला दिखाई देता है ।
● सूर्य के प्रकाश का 200 अरब वां भाग पृथ्वी को मिलता है ।
● सूर्य की अनुमानित आयु 5 बिलियन वर्ष है ।
● सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर आने में 8 मिनट 16/30 सेकंड लगते है ।
● सूर्य ब्रह्माण्ड में पूरब से पश्चिम दिशा में चक्कर लगा रहा है ।
● सूर्य के गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण सभी ग्रह व उपग्रह सूर्य की परिक्रमा करते है ।
● उल्का पिंड अपने स्थान पर चक्र लगाते है उसे घूर्णन / परिभ्रमण कहते है ।
● उल्का पिंड सूर्य के चारो और चक्कर लगाते है उसे परिक्रमा/ परिक्रमण कहते है ।
[2] बुध (Mercury):-
● सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है ।
● आकाश गंगा का सबसे छोटा ग्रह है ।
● सबसे तप्त ग्रह है ।
● इसका कोई उपग्रह नही है ।
● इसे संम्पन्नता का देवता कहते है ।
● अपने अक्ष पर 58 दिन में एक चक्र पूरा करता है ।
● सूर्य की परिक्रमा 88 दिन में करता है ।
● बुध के घूर्णन व परिक्रमण में दिनों का अंतराल सबसे कम है ।
[3] शुक्र (Vinus):-
● इसे साँझ का तारा , भोर का तारा , सौन्दर्य का देवता , वीनस की देवी , पृथ्वी की बहिन / भगिनी / जुड़वाँ ग्रह , प्रेशर कुकर की भाँति , सबसे चमकीला ग्रह, सबसे गर्म ग्रह है ।
● इस ग्रह में CO2 गैस की मात्रा 90% पायी जाती है ।
● इस ग्रह के उपग्रह नही है ।
● यह अपने अक्ष पर 243 दिन में एक चक्कर पूरा करता है ।
● यह सूर्य की परिक्रमा 225 दिन में करता है ।
● अपने अक्ष पर सबसे धीमी गति से चक्कर लगाने वाला ग्रह ।
● यह ग्रह घड़ी की विपरीत दिशा में (पूरब - पश्चिम) चक्र लगाता है इसलिए इस ग्रह पर सूर्योदय पश्चिम दिशा में , सूर्यास्त पूरब दिशा में होता है ।
[4]पृथ्वी (Earth):-
● पृथ्वी को नीला ग्रह भी कहते है ।
● एक मात्र ग्रह जिस पर जीवन पाया जाता है ।
● इस पर 71% जल व 29% भूमि है ।
● पृथ्वी का भूमध्य रेखीय व्यास 12757 km व धुर्वीय व्यास 12714 km है ।
● भूमध्य व रेखीय व्यास में 43 km का अन्तराल है ।
● पृथ्वी आने अक्ष 23 1/2° झुकी हुई है तथा अपने कक्ष पर 66 1/2° झुकी हुई है ।
● पृथ्वी अपने अक्ष पर लगभग 24 घण्टे में एक चक्कर पूरा करती है जिसे दैनिक गति कहते है ।
● दैनिक गति के कारण दिन रात बनते है ।
● पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा 365 1/4 दिन में करती है जिसे वार्षिक गति कहते है ।
● वार्षिक गति के कारण ऋतुओं में परिवर्तन आता है ।
● प्रकृति का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है ।
[5] चन्द्रमा (Moon):-
● प्रकृति का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है ।
● चन्द्रमा का अध्ययन सेलेनोलॉजी मे किया जाता है ।
● चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा 27 1/2 दिन में कर लेता है जबकि चन्द्रमा अपने अक्ष पर 29 1/2 दिन में पूरा करता है ।
● चन्द्रमा का सबसे ऊँचा पर्वत लिवनिट्ज़ पर्वत (जो10668 मी.) है ।
● चन्द्रमा पर पहुँचने वाला प्रथम व्यक्ति नील आर्मस्ट्रॉन्ग (अमेरिका) 21 जुलाई 1969 को अपोलो-11 यान से पहुँचा था ।
● नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने सी ऑफ़ ट्रीकबीलिटी
● चन्द्रमा पर शान्ति सागर मरुस्थल भी स्थित है ।
● पृथ्वी से चंद्रमा का 59% भाग दिखाई देता है ।
● वर्ष 2008 में भारत सरकार ने चन्द्रयान-1 चन्द्रमा पर भेजा था ।
● भारत सरकार चन्द्रयान-2 बना रहा है।
[6] मंगल (Mars):-
● मंगल ग्रह को लाल ग्रह भी कहते है।
● इस ग्रह पर सर्वाधिक मात्रा में फेरस ऑक्साइड तत्व पाया जाता है।
● इसके दो प्राकृतिक उपग्रह है -
(i) डिमोश
(ii) फोगोश
● सौरमण्डल का सबसे छोटा उपग्रह डिमोश है ।
● मंगल ग्रह भी पृथ्वी के समान अपने अक्ष पर लगभग 24 घण्टे में एक चक्कर पूरा करता है ।
● इस ग्रह पर भी पृथ्वी के समान दिन-रात बनते है ।
● इस ग्रह पर सबसे ऊँचा पर्वत निक्स ओलपिया है ।
● इस ग्रह पर जीवन की संभावना व्यक्त की गई है ।
● भारत सरकार ने 24 सितम्बर 2014 को मंगल ग्रह पर मॉम (मार्श ऑरबिट मिशन)(Mom) ग्रह स्थापित किया गया है।
● अमेरिका की NASA अंतरिक्ष एजेंसी ने प्यूरोसिटी व मोपेन उपग्रह मंगल ग्रह पर स्थापित किया है ।
NOTE:-
★ बुध , शुक्र, पृथ्वी, मंगल ग्रहों को आंतरिक ग्रहों /पार्थिव ग्रह कहते है ।
★ मंगल व बृहस्पति के मध्य शुक्र /आवान्तर ग्रह पाये जाते है ।
★ वर्ष 2015 में विश्वनाथ आनन्द (भारत) व मलाला यूसुफजई (पाकिस्तान) नागरिकों के नाम पर शुक्र ग्रह का नामकरण किया गया है ।
[7] बृहस्पति (Jupiter):-
● यह सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है
● यह सर्वाधिक भारी ग्रह है ।
● यह भारी पदार्थों से निर्मित ग्रह है ।
● यह लाल विशाल धब्बे वाला ग्रह है ।
● इसे पीला ग्रह भी कहते है ।
● इसका सबसे बड़ा उपग्रह ग्यानिमिड है ।
● ग्यानिमिड सौरमण्डल का सबसे बड़ा उपग्रह है ।
[8] शनि (Saturn):-
● इसे काला ग्रह भी कहते है ।
● सौरमण्डल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है ।
● दूसरा सबसे सर्वाधिक उपग्रह वाला ग्रह है ।
● इसका सबसे बड़ा उपग्रह टीटॉन है ।
● इसका उपग्रह फोबे है ।
● शनि की विपरीत दिशा में चक्र लगाता है ।
[9] अरुण (Uranus):-
● सौरमण्डल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है ।
● इसे लेटा हुआ ग्रह कहते है ।
● यह सबसे चपटा ग्रह है ।
● यह शुक्र ग्रह की भांति घड़ी की विपरीत दिशा में चक्कर लगाता है ।
● इस ग्रह पर सूर्योदय पश्चिम दिशा में तथा सूर्यास्त पूरब दिशा में होता है ।
● इस ग्रह की खोज विलियम हर्सेल ने 1781 ई. में की थी ।
[10] वरुण (Neptune):-
● सूर्य से सबसे दूरस्थ ग्रह है ।
● यह सबसे ठंडा ग्रह है ।
● यह सौरमण्डल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह है ।
● इसकी खोज जहांन गाले ने की थी ।
● यह पृथ्वी से दूरस्थ ग्रह है ।
● सूर्य की सर्वाधिक अवधि में परिक्रमा करने वाला ग्रह है ।
NOTE:-
● अपने अक्ष पर सबसे तीव्र गति से घूर्णन (लगभग 9 घण्टे में) करने वाला ग्रह बृहस्पति है ।
● सबसे चमकीला तारा साइरस (डॉगस्टार) है।
● सुप्रसिद्ध पुछल तारा हेली 76 साल बाद 2062 में पृथ्वी पर दिखाई देगा ।
● क्वेसर:- तारा अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा उत्सर्जित करते है उसे क्वेसर कहते है ।
● बिगबियर :- सप्तऋतु तारो के समूह को बिगबियर कहते है ।
● स्मॉलबियर :- सप्तऋषि तारों का छोटा भाग ।
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