कैसे रैफरल नेटवर्क से बिज़नेस को बढ़ाया जा सकता है । बिज़नेस को कैसे बढ़ाये । Business ko kaise badaye | How to improve our business | How increase our business | नए बिज़नेस को स्टार्टअप कैसे दे । how startup for new business
एंटरप्रेन्योर के लिए रेफरल नेटवर्क सिस्टम बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकता है। ग्लोबली स्टार्टअप वर्ल्ड इन दिनों यह सिस्टम ट्रेड कर रहा है। यह सिस्टम कैसे काम करता है और बिज़नेस की ग्रोथ के लिए इसका सटीक इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। मार्केट रिसर्चर और स्ट्रैटजिस्ट के जरिये इस सिस्टम को यहां समझाने का प्रयास किया गया है ।
क्या है रेफरल नेटवर्क -
रेफरल नेटवर्क सिस्टम की शुरुआत USA में हुई । इस सिस्टम को यदि एक लाइन में समझा जाये तो इसमें एक बिजनेस से जुड़े सभी सेगमेंट आपस में जुड़े रहते है । नतीजन आप कन्स्ट्रक्शन सेक्टर में काम करते है तो आप एक ऐसा नेटवर्क बनाते है जिसमें डिजिटल प्लेटफार्म के जरिये रियल एस्टेट में काम करने वाली कंपनियाँ, एस्टेट एजेंट और लीगल फर्म शामिल रहते है। इसमें मौजूद यदि कस्टमर किसी एक के भी सम्पर्क में आता है तो फायदा सभी को होता है।
कौन कर रहा सर्वाधिक इस्तेमाल -
देश मे रेफरल नेटवर्क सिस्टम अभी शेप ले रहा है । वर्तमान में केवल एक प्रतिशत ही स्मॉल बिज़नेस इस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं । इनमें भी सबसे अधिक संख्या सर्विस सेक्टर वाले बिज़नेस की है। जिसमें हेल्थ, इंश्योरेंस, होमकेयर , एनिमल केयर ,ग्राफिक डिजाइनर , कन्सलटेंट व अन्य सिंगल एंटरप्रेन्योरशिप वाले बिजनेस शामिल है । यह यंग एंटरप्रेन्योर को अट्रेक्टिव तो लग रहा है लेकिन प्रोफेशनल की कमी और सिस्टम के बारे में अधिक जानकारी का अभाव उन्हें इससे अब तक दूर रखें हुए है।
कैसे बिल्ड करें इस नेटवर्क को -
इसका सबसे बड़ा बेनिफिट है कि आप मन के अनुसार अपना सकते है । यह आपकी सोशल कनेक्टिविटी पर निर्भर करता है । यदि आप किसी सम्बन्धित सेक्टर के प्रोफेशनल या कंपनियों के साथ सीधा जुड़ाव रखते है तो उसी के अनुसार इस सिस्टम में फिट हो सकते है । आपने बिजनेस का अनुभव थोड़े दिन पूर्व ही किया है तो भी आप इस रेफरल नेटवर्क सिस्टम को बिल्ड कर सकते है । इसके लिए आपको आपको अपने बिजनेस कार्ड , पर्सनल कॉन्टेक्ट्स , सोशल साइट और फ्रेंड्स की मदद लेनी होगी।
कॉनक्लेव समिट्स में लें हिस्सा -
रेफरल नेटवर्क सिस्टम की सक्सेस आपके सोशल पार्टिशिपेशन पर सबसे अधिक निर्भर है। एक एंटरप्रेन्योर को चाहिए कि वह स्थानीय सोशल एक्टिविटी का लगातार हिस्सा बने जिसमें बिजनेस कॉनक्लेव , फेयर , समिट्स के अलावा कल्चरल फंक्शन शामिल है। इस प्रकार के पार्टिशिपेशन से उससे कई फायदे होंगें , जिसमें प्रमुख है प्रोफेशनल के साथ मीटिंग , आईडिया प्रेजेंटेशन , नेटवर्क बिल्डिंग आदि । इनका सीधा फायदा उसे रैफरल नेटवर्क के लिए मिलेगा । कनेक्टिविटी जनरेट करने के लिए समय देना होगा ।
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