भौतिक राशियाँ और मापन | भौतिकी physics। रसायन विज्ञान chamistry। जीव विज्ञान Biology। प्राकृतिक विज्ञान Natural Science। औपचारिक विज्ञान formal Science । सामाजिक विज्ञान Social Science । भौतिक राशियाँ physical Quantities । अदिश राशियाँ Scalar Quantities । सदिश राशियाँ Vector Quantities । मापन Measurement । मात्रक Units । मात्रक पद्धतियां Systems of units । radian रेडियन । SI पद्धति । मापक यंत्र Measuring Instrument
भौतिक राशियाँ और मापन(physical Quantities and Measurement):-
विज्ञान क्या है (What are Science):-
भौतिक जगत की परिघटनाओं, परिक्रियाओं, पदार्थों एवं उनके गुणों के संबंध में प्रेक्षणों द्वारा स्थापित सुव्यवस्थित ज्ञान ही विज्ञान है।
भौतिक जगत से हमारा तात्पर्य उस संसार से है जिसे हम अपनी ज्ञानेन्द्रियों द्वारा अनुभव के कर सकते है। विज्ञान, इसी भौतिक जगत को परिघटनाओं को यथासम्भव विस्तृत एवं गहनता से समझने हेतु किया जाने वाला सुव्यवस्थित प्रयास है , जिसमें इस प्रकार अर्जित ज्ञान का उपयोग परिघटनाओं के भविष्य कथन, संशोधन एवं नियंत्रण के लिए किया जाता है । जो कुछ भी हम अपने चारों और देखते है, उसी के आधार पर अन्वेषण करना, प्रयोग करना एवं भविष्यवाणी करना विज्ञान है ।
पारिभाषिक रूप से ''वास्तविक अनुभवों का प्रयोगों एवं परीक्षणों से प्राप्त तथ्यों के तार्किक विश्लेषण द्वारा विकसित हुए सुव्यवस्थित ज्ञान को विज्ञान कहते है।''
विज्ञान को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है-
1. प्राकृतिक विज्ञान (Natural Science)
◆ भौतिकी (Physics)
◆ रसायन विज्ञान(Chemistry)
◆ जीव विज्ञान(Biology)
2. औपचारिक विज्ञान (Formal Science)
◆ गणित (Math)
◆ लॉजिक(Logic)
3. सामाजिक विज्ञान (Social Science)
◆ मानव व्यवहार
◆समाज
1. प्राकृतिक विज्ञान (Natural Science):-
मानव की वह शाखा जो प्राकृतिक
परिघटनाओं का विवरण , व्याख्या एवं भविष्य कथन , अवलोकन एवं अनुभवजन्य साक्ष्यों के आधार पर करती है, प्राकृतिक विज्ञान कहलाती है। असल में विज्ञान शब्द का प्रयोग प्रायः प्राकृतिक विज्ञानों के लिए हो किया जाता है ।
प्राकृतिक विज्ञान की मुख्यतः तीन शाखायें हैं -
(i) भौतिकी(Physics)
(ii) रसायन विज्ञान(Chemistry)
(iii) जीव विज्ञान(Biology)
भौतिकी (Physics):-
'Physics' शब्द ग्रीक भाषा से लिया गया है , जिसका अर्थ है 'प्रकृति' या प्राकृतिक चीजें ।
प्रकृति के मूलभूत नियमों का अध्ययन एवं विभिन्न प्राकृतिक परिघटनाओं में उनकी अभिव्यक्ति के अध्ययन को भौतिकी कहा जाता है। उदाहरण के लिए-
● पृथ्वी द्वारा प्रत्येक वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण बल लगाया जाता है तथा सेब के टूटकर पृथ्वी पर गिरने की परिघटना में गुरुत्वाकर्षण बल की अभिव्यक्ति है ।
● अध्ययन की सुविधा के लिए भौतिकी को निम्नलिखित भागों में बाँटा गया है-
◆ यांत्रिकी ◆ ऊष्मा
◆ तरंग गति ◆ ध्वनि
◆ प्रकाशिकी ◆ विधुत धारा एवं विधुत चुम्बकत्व
◆ आधुनिक भौतिकी
भौतिकी का अध्ययन प्रारम्भ करने से पहले हमें यह जान लेना आवश्यक है कि भौतिकी में जिन परिघटनाओं , वस्तुओं या पदार्थों का अध्ययन किया जाता है, उनके भौतिक गुणों को 'भौतिक राशियों' के रूप में अभिव्यक्ति करतें है।
भौतिक राशियाँ (Physical Quantities):-
किसी द्रव्य (Matter) की सही स्थिति या उचित मात्रात्मक स्थिति या किसी परिघटना की सटीक व्याख्या के लिए जिन पदों का उपयोग किया जाता है, उन्हें भौतिक राशियाँ कहतें है ।
भौतिक राशियाँ दो प्रकार की होती है -
1. अदिश राशियाँ (Scalar Quantities)
2. सदिश राशियाँ (Vector Quantities)
1. अदिश राशियाँ (Scalar Quantities) :-
वे भौतिक राशियां जिन्हें व्यक्त करने के लिए केवल परिणाम (Magnitude) की आवश्यकता होती है, अदिश राशियाँ कहलाती है। इन राशियों के साथ कोई दिशा नहीं होती। अदिश राशियों को सामान्य बीजगणित विधि से जोड़ा जा सकता है। ये जोड़ के त्रिभुज नियम का पालन नहीं करती है। उदाहरण: द्रव्यमान , दूरी , चाल , आयतन , कार्य , शक्ति आदि ।
2. सदिश राशियाँ (Vector Quantities):-
वे भैतिक राशियाँ , जिन्हें व्यक्त करने के लिए परिणाम के साथ साथ दिशा की भी आवश्यकता होती है, सदिश राशियाँ कहलाती है। गणितीय क्रियाओं में सदिश राशियों के परिणाम और दिशा दोनों को ध्यान रखना आवश्यक होता है। सदिश राशियाँ जोड़ के त्रिभुज नियम का पालन करती है। उदाहरण : वेग , विस्थापन , बल , संवेग आदि ।
यहां उपर्युक्त राशियों को व्यक्त करने के लिए परिणाम के साथ दिशा की भी आवश्यकता होगी, जैसे -
वेग - 5 किमी / सेकंड पूर्व की ओर
विस्थापन - 10 किमी पश्चिम की ओर
बल - 5 न्यूटन नीचे की ओर
संवेग - 5 किग्रा मी./ सेकंड दाईं तरफ
भौतिक राशियों का एक अन्य वर्गीकरण मूल राशियों एवं व्युत्पन्न राशियों के रूप में किया जा सकता है।
मूल राशियाँ (Fundamental Quantities):-
वे भौतिक राशियाँ जो अन्य भौतिक राशियों से स्वतंत्र हैं , मूल राशियाँ कहलाती है। उदाहरण - दूरी(लंबाई), समय, द्रव्यमान इत्यादि ।
व्युत्पन्न राशियाँ (Derived Quantities):-
वे भौतिक राशियाँ जो एक या एक से अधिक मूल राशियों पर निर्भर हैं, व्युत्पन्न राशियाँ कहलाती है। उदाहरण - चाल (दूरी और समय पर निर्भर) ।
★मापन की इकाइयाँ (Units of Measurement)
मापन (Measurement):-
सभी भौतिक राशियों को मापने के लिए दो तथ्यों का ज्ञान आवश्यक है - आंकिक मान (Mumerical Value) और मात्रक या इकाई (Unit)।
उदाहरण - यदि किसी पात्र में रखे पानी की मात्रा को मापना है और हम इसका भार जानना चाहते हैं, तो भार का आंकिक मान मात्रक के साथ प्रयोग करेंगे , जैसे - 5 किलोग्राम । वहां, यदि पानी का आयतन जानना है तो आयतन का आंकिक मान मात्रक के साथ प्रयुक्त होगा, जैसे - 5 लीटर ।
मात्रक (Units):-
● किसी भौतिक राशि को मापने के अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्वीकृत मानक को इकाई या मानक कहा जाता है ।
● भौतिक राशियों के एक निश्चित परिणाम को मानक मानकर तथा उन्हें विभिन्न नाम देकर सम्बंधित राशियों के मात्रकों का निर्माण किया गया है ।
● मात्रक के दो प्रकार होते है-
1. मूल मात्रक , 2. व्युत्पन्न मात्रक
1. मूल मात्रक (Fundamental Units):-
मूल राशियों को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त मात्रकों को मूल मात्रक कहते है। ये अन्य मानकों से स्वतंत्र होते है।
उदाहरण -
लंबाई का मात्रक - मीटर
समय का मात्रक - सेकण्ड
व्युत्पन्न मात्रक (Derived Units):-
वे मात्रक जो दो या दो से अधिक मूल मात्रकों से प्राप्त होते है या इनसे निगमित किये जाते है, व्युत्पन्न मात्रक कहलाते है ।
उदाहरण -
बल का मात्रक - न्यूटन
कार्य का मात्रक - जूल
विज्ञान क्या है (What are Science):-
भौतिक जगत की परिघटनाओं, परिक्रियाओं, पदार्थों एवं उनके गुणों के संबंध में प्रेक्षणों द्वारा स्थापित सुव्यवस्थित ज्ञान ही विज्ञान है।
भौतिक जगत से हमारा तात्पर्य उस संसार से है जिसे हम अपनी ज्ञानेन्द्रियों द्वारा अनुभव के कर सकते है। विज्ञान, इसी भौतिक जगत को परिघटनाओं को यथासम्भव विस्तृत एवं गहनता से समझने हेतु किया जाने वाला सुव्यवस्थित प्रयास है , जिसमें इस प्रकार अर्जित ज्ञान का उपयोग परिघटनाओं के भविष्य कथन, संशोधन एवं नियंत्रण के लिए किया जाता है । जो कुछ भी हम अपने चारों और देखते है, उसी के आधार पर अन्वेषण करना, प्रयोग करना एवं भविष्यवाणी करना विज्ञान है ।
पारिभाषिक रूप से ''वास्तविक अनुभवों का प्रयोगों एवं परीक्षणों से प्राप्त तथ्यों के तार्किक विश्लेषण द्वारा विकसित हुए सुव्यवस्थित ज्ञान को विज्ञान कहते है।''
विज्ञान को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है-
1. प्राकृतिक विज्ञान (Natural Science)
◆ भौतिकी (Physics)
◆ रसायन विज्ञान(Chemistry)
◆ जीव विज्ञान(Biology)
2. औपचारिक विज्ञान (Formal Science)
◆ गणित (Math)
◆ लॉजिक(Logic)
3. सामाजिक विज्ञान (Social Science)
◆ मानव व्यवहार
◆समाज
1. प्राकृतिक विज्ञान (Natural Science):-
मानव की वह शाखा जो प्राकृतिक
परिघटनाओं का विवरण , व्याख्या एवं भविष्य कथन , अवलोकन एवं अनुभवजन्य साक्ष्यों के आधार पर करती है, प्राकृतिक विज्ञान कहलाती है। असल में विज्ञान शब्द का प्रयोग प्रायः प्राकृतिक विज्ञानों के लिए हो किया जाता है ।
प्राकृतिक विज्ञान की मुख्यतः तीन शाखायें हैं -
(i) भौतिकी(Physics)
(ii) रसायन विज्ञान(Chemistry)
(iii) जीव विज्ञान(Biology)
भौतिकी (Physics):-
'Physics' शब्द ग्रीक भाषा से लिया गया है , जिसका अर्थ है 'प्रकृति' या प्राकृतिक चीजें ।
प्रकृति के मूलभूत नियमों का अध्ययन एवं विभिन्न प्राकृतिक परिघटनाओं में उनकी अभिव्यक्ति के अध्ययन को भौतिकी कहा जाता है। उदाहरण के लिए-
● पृथ्वी द्वारा प्रत्येक वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण बल लगाया जाता है तथा सेब के टूटकर पृथ्वी पर गिरने की परिघटना में गुरुत्वाकर्षण बल की अभिव्यक्ति है ।
● अध्ययन की सुविधा के लिए भौतिकी को निम्नलिखित भागों में बाँटा गया है-
◆ यांत्रिकी ◆ ऊष्मा
◆ तरंग गति ◆ ध्वनि
◆ प्रकाशिकी ◆ विधुत धारा एवं विधुत चुम्बकत्व
◆ आधुनिक भौतिकी
भौतिकी का अध्ययन प्रारम्भ करने से पहले हमें यह जान लेना आवश्यक है कि भौतिकी में जिन परिघटनाओं , वस्तुओं या पदार्थों का अध्ययन किया जाता है, उनके भौतिक गुणों को 'भौतिक राशियों' के रूप में अभिव्यक्ति करतें है।
भौतिक राशियाँ (Physical Quantities):-
किसी द्रव्य (Matter) की सही स्थिति या उचित मात्रात्मक स्थिति या किसी परिघटना की सटीक व्याख्या के लिए जिन पदों का उपयोग किया जाता है, उन्हें भौतिक राशियाँ कहतें है ।
भौतिक राशियाँ दो प्रकार की होती है -
1. अदिश राशियाँ (Scalar Quantities)
2. सदिश राशियाँ (Vector Quantities)
1. अदिश राशियाँ (Scalar Quantities) :-
वे भौतिक राशियां जिन्हें व्यक्त करने के लिए केवल परिणाम (Magnitude) की आवश्यकता होती है, अदिश राशियाँ कहलाती है। इन राशियों के साथ कोई दिशा नहीं होती। अदिश राशियों को सामान्य बीजगणित विधि से जोड़ा जा सकता है। ये जोड़ के त्रिभुज नियम का पालन नहीं करती है। उदाहरण: द्रव्यमान , दूरी , चाल , आयतन , कार्य , शक्ति आदि ।
2. सदिश राशियाँ (Vector Quantities):-
वे भैतिक राशियाँ , जिन्हें व्यक्त करने के लिए परिणाम के साथ साथ दिशा की भी आवश्यकता होती है, सदिश राशियाँ कहलाती है। गणितीय क्रियाओं में सदिश राशियों के परिणाम और दिशा दोनों को ध्यान रखना आवश्यक होता है। सदिश राशियाँ जोड़ के त्रिभुज नियम का पालन करती है। उदाहरण : वेग , विस्थापन , बल , संवेग आदि ।
यहां उपर्युक्त राशियों को व्यक्त करने के लिए परिणाम के साथ दिशा की भी आवश्यकता होगी, जैसे -
वेग - 5 किमी / सेकंड पूर्व की ओर
विस्थापन - 10 किमी पश्चिम की ओर
बल - 5 न्यूटन नीचे की ओर
संवेग - 5 किग्रा मी./ सेकंड दाईं तरफ
भौतिक राशियों का एक अन्य वर्गीकरण मूल राशियों एवं व्युत्पन्न राशियों के रूप में किया जा सकता है।
मूल राशियाँ (Fundamental Quantities):-
वे भौतिक राशियाँ जो अन्य भौतिक राशियों से स्वतंत्र हैं , मूल राशियाँ कहलाती है। उदाहरण - दूरी(लंबाई), समय, द्रव्यमान इत्यादि ।
व्युत्पन्न राशियाँ (Derived Quantities):-
वे भौतिक राशियाँ जो एक या एक से अधिक मूल राशियों पर निर्भर हैं, व्युत्पन्न राशियाँ कहलाती है। उदाहरण - चाल (दूरी और समय पर निर्भर) ।
★मापन की इकाइयाँ (Units of Measurement)
मापन (Measurement):-
सभी भौतिक राशियों को मापने के लिए दो तथ्यों का ज्ञान आवश्यक है - आंकिक मान (Mumerical Value) और मात्रक या इकाई (Unit)।
उदाहरण - यदि किसी पात्र में रखे पानी की मात्रा को मापना है और हम इसका भार जानना चाहते हैं, तो भार का आंकिक मान मात्रक के साथ प्रयोग करेंगे , जैसे - 5 किलोग्राम । वहां, यदि पानी का आयतन जानना है तो आयतन का आंकिक मान मात्रक के साथ प्रयुक्त होगा, जैसे - 5 लीटर ।
मात्रक (Units):-
● किसी भौतिक राशि को मापने के अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्वीकृत मानक को इकाई या मानक कहा जाता है ।
● भौतिक राशियों के एक निश्चित परिणाम को मानक मानकर तथा उन्हें विभिन्न नाम देकर सम्बंधित राशियों के मात्रकों का निर्माण किया गया है ।
● मात्रक के दो प्रकार होते है-
1. मूल मात्रक , 2. व्युत्पन्न मात्रक
1. मूल मात्रक (Fundamental Units):-
मूल राशियों को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त मात्रकों को मूल मात्रक कहते है। ये अन्य मानकों से स्वतंत्र होते है।
उदाहरण -
लंबाई का मात्रक - मीटर
समय का मात्रक - सेकण्ड
व्युत्पन्न मात्रक (Derived Units):-
वे मात्रक जो दो या दो से अधिक मूल मात्रकों से प्राप्त होते है या इनसे निगमित किये जाते है, व्युत्पन्न मात्रक कहलाते है ।
उदाहरण -
बल का मात्रक - न्यूटन
कार्य का मात्रक - जूल
प्रकृति मे उपस्थित वस्तुओं के क्रमबध्द अध्ययन से ज्ञान प्राप्त करने को ही विज्ञान कहते हैं। या किसी भी वस्तु के बारे मे विस्तृत ज्ञान को ही विज्ञान कहते हैं । इसकी तीन मुख्य शाखाएँ हैं : भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान।
ReplyDeleteप्राकृतिक विज्ञान प्रकृति और भौतिक दुनिया का व्यवस्थित ज्ञान होता है, या फ़िर इसका अध्ययन करने वाली इसकी कोई शाखा। असल में विज्ञान शब्द का उपयोग लगभग हमेशा प्राकृतिक विज्ञानों के लिये ही किया जाता है।
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