Private sector | प्राइवेट कम्पनी को टॉप पर पहुँचाने की टेक्निकल स्किल्स । प्राइवेट जॉब को टॉप पर पहुचाना। how improve your business| how increase your business |
डेटा को हैंडल करने की कला :-
डिजिटल बिजनेस के दौर में डेटा को हैंडल करने की कला सीखना जरूरी है। आपको डेटाबेस हैंडलिंग और क्वेरिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसमें एसक्यूएल , डेटा विजुलाइजेशन और ऐसे टूल्स भी होते है जो डेटा को उपयोगी चार्ट्स और इनसाइट्स में कन्वर्ट कर सकते है । गणित ओर स्टेण्टिस्टिक्स में कमांड होना जरूरी है। एडवांस स्किल्स जैसे डेटा साइन्स के लिए आर प्रोग्रामिंग , कोडिंग के लिए पाइथन व बिग डेटा के लिए हैंडूप पर फोकस करना होगा।
मशीन लर्निंग :-
कोई भी फर्म डेटा का अपने फायदे के लिए किस तरह से इस्तेमाल कर सकती है , इसे समझना जरूरी है । इस काम में मशीन लर्निंग की स्किल उपयोगी हो सकती है । इसमें डेटा साइंस स्किल जैसे पाइथन , डेटा मॉडलिंग , वेलिडेशन टेक्निक्स शामिल है । स्टेटिस्टिक्स और प्रोबेबिलिटी में अनुभव , लाइब्रेरी और एल्गोरिथ्म में मशीन लर्निंग का इम्प्लीमेंटशन उपयोगी साबित हो सकता है।
टेक एडवाइजरी और एनालिसिस :-
संस्थाओं के लिए टेक्निकल सपोर्ट सिस्टम एनालिटिक्स , एप्लीकेशन एनालिटिक्स और टेक्निकल एडवाइजर के रूप में हो सकता है। इससे सॉल्यूशन्स डिजाइन किए जाते है, एप्लीकेशन का टेस्ट किया जाता है और गलतियों को सुधारा जाता है । इससे लोगों को नई टेक्नोलॉजी की तरफ ट्रांजिक्शन करने में मदद निलती है । इसके लिए ऑपरेटिंग सिस्टम का अनुभव , यूनिक्स , जावा , ओरेकल , आदि लैंग्वेज और डेटाबेस की समझ भी बहुत जरूरी होती है।
सेल्स स्किल्स :-
आमतौर पर इसे कम आंका जाता है , पर एक अच्छे सेल्स पर्सन की हमेशा डिमांड रहती है । उसके पास मल्टीट्यूड स्किल्स होती है ,जो बहुमूल्य होती है । इसमें रिलेशनशिप बिल्डिंग स्किल्स , सुनने और सवांद की कला , समय प्रबंधन , उत्पाद की जानकारी , प्रदर्शन की कला और नेगोसिएशन की कला शामिल होती है । अगर आप सेल्स के फील्ड में मास्टर है तो आपको जॉब की टेंशन लेने की जरूरत नही है। आपको अच्छे जॉब ऑफर्स मिलते रहेंगे ।
कस्टमर सक्सेस :-
मौजूदा दौर में रिपीट सेल्स और अपसेल अचीव करने के लिए आपको कस्टमर सक्सेस मैनेजेर की जरूरत पड़ती है । ये प्रोडक्ट के कस्टमर यूजेज और अलग अलग तरह के चैलेंजेज के लिए स्पोर्ट उपलब्ध करवाते है । जिन लोगों के पास सोशल स्किल्स , कम्युनिकेशन स्किल्स और खास प्रोडक्ट की जानकारी होती है, उन्हें जॉब मिलने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं ।
टेक में फुल स्टैक :-
बाजार में फुल स्टैक डवलपमेंट स्किल सेट की मांग बढ़ रही है । यह फ्रंट एंड या क्लाइंट एंड और बैक एंड या सर्वर साइट दोनों ही तरफ टेक्नोलॉजी के विकास की योग्यता होती है। फ्रंट एंड स्किल्स में एचटीएमएल , सीएसएस , डायनेमिक यू आई और फ्रेमवर्क जैसे एंगुलर जेएस में ट्रेंड होना शामिल है। वहीं बैंक एंड स्किल्स की बात करें तो इसमें सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन , सर्वर साइट लैंग्वेज जैसे नोड , पाइथन और डेटाबेस जैसे एसक्यूएल जैसी स्किल्स शामिल होती है ।
देश में घटता रोजगार :-
2.3 जॉब्स ऑटो सेक्टर में चली गयी जुलाई 2019 तक । इसके साथ ही 10 लाख जॉब्स ऑटो कंपोनेंट मैनुफैक्चरिंग इंडस्ट्री में प्रभावित हुई है ।
डिजिटल बिजनेस के दौर में डेटा को हैंडल करने की कला सीखना जरूरी है। आपको डेटाबेस हैंडलिंग और क्वेरिंग के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इसमें एसक्यूएल , डेटा विजुलाइजेशन और ऐसे टूल्स भी होते है जो डेटा को उपयोगी चार्ट्स और इनसाइट्स में कन्वर्ट कर सकते है । गणित ओर स्टेण्टिस्टिक्स में कमांड होना जरूरी है। एडवांस स्किल्स जैसे डेटा साइन्स के लिए आर प्रोग्रामिंग , कोडिंग के लिए पाइथन व बिग डेटा के लिए हैंडूप पर फोकस करना होगा।
मशीन लर्निंग :-
कोई भी फर्म डेटा का अपने फायदे के लिए किस तरह से इस्तेमाल कर सकती है , इसे समझना जरूरी है । इस काम में मशीन लर्निंग की स्किल उपयोगी हो सकती है । इसमें डेटा साइंस स्किल जैसे पाइथन , डेटा मॉडलिंग , वेलिडेशन टेक्निक्स शामिल है । स्टेटिस्टिक्स और प्रोबेबिलिटी में अनुभव , लाइब्रेरी और एल्गोरिथ्म में मशीन लर्निंग का इम्प्लीमेंटशन उपयोगी साबित हो सकता है।
टेक एडवाइजरी और एनालिसिस :-
संस्थाओं के लिए टेक्निकल सपोर्ट सिस्टम एनालिटिक्स , एप्लीकेशन एनालिटिक्स और टेक्निकल एडवाइजर के रूप में हो सकता है। इससे सॉल्यूशन्स डिजाइन किए जाते है, एप्लीकेशन का टेस्ट किया जाता है और गलतियों को सुधारा जाता है । इससे लोगों को नई टेक्नोलॉजी की तरफ ट्रांजिक्शन करने में मदद निलती है । इसके लिए ऑपरेटिंग सिस्टम का अनुभव , यूनिक्स , जावा , ओरेकल , आदि लैंग्वेज और डेटाबेस की समझ भी बहुत जरूरी होती है।
सेल्स स्किल्स :-
आमतौर पर इसे कम आंका जाता है , पर एक अच्छे सेल्स पर्सन की हमेशा डिमांड रहती है । उसके पास मल्टीट्यूड स्किल्स होती है ,जो बहुमूल्य होती है । इसमें रिलेशनशिप बिल्डिंग स्किल्स , सुनने और सवांद की कला , समय प्रबंधन , उत्पाद की जानकारी , प्रदर्शन की कला और नेगोसिएशन की कला शामिल होती है । अगर आप सेल्स के फील्ड में मास्टर है तो आपको जॉब की टेंशन लेने की जरूरत नही है। आपको अच्छे जॉब ऑफर्स मिलते रहेंगे ।
कस्टमर सक्सेस :-
मौजूदा दौर में रिपीट सेल्स और अपसेल अचीव करने के लिए आपको कस्टमर सक्सेस मैनेजेर की जरूरत पड़ती है । ये प्रोडक्ट के कस्टमर यूजेज और अलग अलग तरह के चैलेंजेज के लिए स्पोर्ट उपलब्ध करवाते है । जिन लोगों के पास सोशल स्किल्स , कम्युनिकेशन स्किल्स और खास प्रोडक्ट की जानकारी होती है, उन्हें जॉब मिलने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं ।
टेक में फुल स्टैक :-
बाजार में फुल स्टैक डवलपमेंट स्किल सेट की मांग बढ़ रही है । यह फ्रंट एंड या क्लाइंट एंड और बैक एंड या सर्वर साइट दोनों ही तरफ टेक्नोलॉजी के विकास की योग्यता होती है। फ्रंट एंड स्किल्स में एचटीएमएल , सीएसएस , डायनेमिक यू आई और फ्रेमवर्क जैसे एंगुलर जेएस में ट्रेंड होना शामिल है। वहीं बैंक एंड स्किल्स की बात करें तो इसमें सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन , सर्वर साइट लैंग्वेज जैसे नोड , पाइथन और डेटाबेस जैसे एसक्यूएल जैसी स्किल्स शामिल होती है ।
देश में घटता रोजगार :-
2.3 जॉब्स ऑटो सेक्टर में चली गयी जुलाई 2019 तक । इसके साथ ही 10 लाख जॉब्स ऑटो कंपोनेंट मैनुफैक्चरिंग इंडस्ट्री में प्रभावित हुई है ।
Comments
Post a Comment