इन्टरनेट । INTERNET | Development of Internet | Advantages of Internet | Disadvantage of Internet | Internet Services | World wide Web | Uniform Resource Locator , URL | Web Browsing Software | Search Engines | Web Page | Website | Social Networking | Electronic mail | Advantage of E-mail | Advantage of E-MAIL| E-MAIL Addressing | To Configure E-MAIL Client on Outlook | Applications Of E-Mail | Information Security | Information Security Awareness | Security | Common Information Security Threats
[2] इलेक्ट्रॉनिक मेल (Electronic Mail) :- ई-मेल का पूर्ण रूप "इलेक्ट्रॉनिक मेल" है । ई-मेल के माध्यम से कोई व्यक्ति विशेष या यूजरों का समूह दुनियाभर में किसी से भी सन्देशों का आदान प्रदान कर सकता है । ई-मेल, सन्देशों के आदान प्रदान हेतु एक सस्ता , तेज एवं विश्वसनीय टूल है।
ई-मेल संदेश के दो घटक होते है --- ई - मेल एड्रेस और मैसेज किसी भी ई-मेल प्रदाता की वेबसाइट जैसे - Gmail, hotmail, yahoo mail पर साइन अप (Sign up) करके नए ई-मेल एड्रेस को यूजर द्वारा बनाया जा सकता है। जिसका प्रयोग करके ई-मेल को क्रिएट , सेंड ,रिसीव , फॉरवर्ड , स्टोर, प्रिन्ट और डिलीट किया जा सकता है। ई-मेल का प्रयोग करके साधारण टेक्स्ट, डॉक्यूमेंट,ग्राफिक्स ,ऑडियो , वीडियो और चित्र आदि भेजे जा सकते है।
[2.1] ई-मेल के लाभ (Advantage of E-Mail):- ई-मेल सेवा के कई लाभ है, जो निम्नलिखित है
● ई-मेल के माध्यम से सन्देशों के साथ साथ उनकी दिनांक व समय को भी सुरक्षित करके रख सकते है।
● ई-मेल एड्रेस इंटरनेट पर व्यक्ति की पहचान व वेबसाइटों पर पंजीकरण (Registration) करने में अत्यन्त लाभप्रद है।
● ई-मेल द्वारा सन्देशों को व्यवहारिक पत्राचार की तुलना में काफी तेज गति से सम्प्रेषित किया जाता है।
● ई-मेल द्वारा पत्रों/सन्देशों के खोने की आशंका नगण्य होती है ।
● ई-मेल को केवल वही यूजर पढ़, डाउनलोड व जवाब (Reply) दे सकता है जिसे वह भेजा गया है ।
● पारम्परिक डाक सेवा के बदले ई-मेल का प्रयोग करने से कागज की भी बचत होती है व ई-मेल को कागजी दस्तावेजों की तुलना में सम्भावना बेहद आसान होता है।
● ई-मेल का प्रयोग वर्तमान में विज्ञापनों , बिजनेस प्रोमोशन इत्यादि में भी किया जाता है ।
[2.2] ई-मेल की हानियाँ (Disadvantage of E-Mail):- ई-मेल के लाभ होने के साथ साथ उसकी कुछ हानियाँ भी है जोकि निम्नलिखित है-
● ई-मेल के पासवर्ड के लीक होने पर कोई भी अज्ञात व्यक्ति उसका प्रयोग कर सकता है।
● प्राप्त किये गए ई-मेल में वायरस हो सकते है, जो हानिकारक छोटे प्रोग्राम्स होते है। वायरस प्रोग्राम ई-मेल से सम्बंधित सभी जानकारियों को चुराकर , अनुचित ई-मेल को अन्य ई-मेल एड्रेसो पर भेज सकता है।
● कई यूजर्स अन्य ई-मेल यूजरों को अवांछित ई-मेल भेजते है जिन्हें स्पैम (Spam) कहा जाता है।
● यूजर्स को Mailbox की समय समय पर मैनेज करने पड़ता है अन्यथा Mailbox फूल हो जाएगा व आगामी ई-मेल को प्राप्त नही किया जा सकेगा ।
● ई-मेल का प्रयोग सरकारी व्यापार में नही किया जा सकता , क्योंकि यदि ई-मेल क्रिडेशीयल किसी अवैध यूजर को पता चल जाये तो वह उनका गलत प्रयोग कर सकता है ।
[2.3] ई-मेल एड्रेसिंग (E-Mail Addressing):- ई-मेल भेजने और प्राप्त करने के लिए यूजर के पास ई-मेल एड्रेस का होना अत्यन्त आवश्यक है। ई-मेल एड्रेस किसी ई-मेल सर्वर पर ऐसा स्थान होता है जहाँ ई-मेल स्टोर की जाती है। इस स्थान को मेलबॉक्स भी कहा जाता है। जब यूजर किसी इंटरनेट सेवा प्रदाता (Internet Service Provider) कम्पनी से इंटरनेट कनेक्शन खरीदता है, तो वह सामान्यतया यूजर के लिए एक मेलबॉक्स भी बना देता है और उस मेलबॉक्स का एड्रेस यूजर के लिए एक मेलबॉक्स भी बना देता है और उस मेलबॉक्स का एड्रेस यूजर को दे देता है जिसे ई-मेल एड्रेस कहा जाता है । ई-मेल एड्रेस सामान्यतया निम्न प्रकार का होता है- username@hostname
यहाँ 'username' मेलबॉक्स का नाम है। यह सामान्यतया यूजर के यूजरनेम के समान होता है, जिसके द्वारा यूजर अपने कम्प्यूटर को इंटरनेट से जोड़ते है । 'hostname' मेल सर्वर का नाम होता है । यूजर उस वेब पोर्टल के होम पेज पर जाकर और अपने यूज़रनेम व पासवर्ड द्वारा साइनइन (Sign in) करके अपने mailbox को कभी भी खोल सकता है।
[2.4] ई-मेल क्लाइंट को आउटलुक पर कॉन्फ़िगर करना (To Configure E-Mail Client on Outlook) ई-मेल एकाउंट को आउटलुक पर कन्फिगर करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● Outlook 2007 को खोलें।
● Tools टैब पर क्लिक करें ।
● Account Setting ऑप्शन पर क्लिक करें ।
● New पर क्लिक करें ।
● अपने एकाउंट का विवरण जैसे - नाम , ई-मेल एड्रेस तथा पासवर्ड आदि प्रविष्ट करें ।
● Next बटन पर क्लिक करें तथा एकाउंट की पुष्टि होने का इंतजार करें ।
● एकाउंट के सफलतापूर्वक बनने के बाद , Finish बटन पर क्लिक करें ।
[2.5] ई-मेल का अनुप्रयोग (Applications of E-Mail)(i) ई-मेल एकाउंट खोलना (Opening E-Mail Account) ई-मेल एकाउंट खोलने के लिए बहुत सी फ्री वेबसाइट/वेब पोर्टल उपलब्ध है । जिसमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित है-
● www.hotmail.com
● www.yahoo.com
● www.gmail.com
● www.msn.com
● www.rediffmail.com
इनमे से किसी भी वेबसाइट के द्वारा यूजर अपना रजिस्ट्रेशन एक नए यूजर की तरह करवाकर अपना ई-मेल एकाउंट बना सकता है ।
यूजर निम्न चरणों से अपना वेब आधारित ई-मेल एकाउंट बना सकता है -
1. किसी वेब ब्राऊज़र के एड्रेस बार पर www.gmail.com की टाइप करके Enter कुंजी को दबाइए , जिससे इस वेबसाइट का Homepage स्क्रीन पर खुल जाएगा । जोकि निम्न प्रकार का होगा -
3. फॉर्म पूरा भरकर Next Step बटन को दबाएँ । फॉर्म भरते समय सभी दिशा निर्देशों का पालन करें , ताकि यह सुनिश्चित हो जाये कि यूजर नेम अद्वितीय (Unique) है। यदि ऐसा नही है तो यूजर को पुनः रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा ।
4. Create your public Google + profile पेज खुलेगा इसमें यदि आप प्रोफाइल बनाना चाहते है, तो Create your profile बटन पर क्लिक करें अन्यथा No thanks बटन पर क्लिक करें ।
5. यदि आपने Create your profile बटन पर क्लिक किया है तो Welcome पहे प्रदर्शित होगा , जिसमें Continue to Gmail बटन पर क्लिक करें ।
6. ई-मेल एकाउंट बनने के बाद उसकी Confirmation Information यूजर को दे दी जाएगी व निम्न वेब पेज ब्राऊज़र पर प्रस्तुत होगा ।
(ii) ई-मेल को देखना (Viewing an E-Mail) ई-मेल एकाउंट बना लेने के बाद यूजर Sign in कर सकता है अर्थात ई-मेल एकाउंट को खोल सकता है और अपनी ई-मेल को देख सकता है। इसके लिए यूजर को उस वेबसाइट के Homepage पर जाना होगा , जिस पर इसका ई-मेल एकाउंट है। यहाँ Sign in करने के लिए एक डॉयलोग बॉक्स वेब पेज पर प्रदर्शित होगा ।
इसमें E-mail टेक्स्ट बॉक्स में अपनी ई-मेल ID तथा Password टेक्स्ट बॉक्स में उस ई-मेल ID का पासवर्ड प्रविष्ट करके Sign in बटन पर क्लिक करें । यदि ई-मेल - ID तथा पासवर्ड एक दम सही है तो यूजर Gmail ई-मेल बॉक्स खुल जायेगा । इसके पश्चात निम्न विंडो प्रदर्शित होगी-
इसमें सामान्यतया पहले Inbox फोल्डर की सामग्री अर्थात प्राप्त हुए ई-मेल सन्देशों की सूची दिखाई होगी , जिसमें दिनांक , भेजने वाले का नाम , विषय आदि सूचनाएं होती है। किसी संदेश को पढ़ने के लिए कर्सर को उस संदेश पर लाकर क्लिक करें , जहां माउस प्वॉइंटर हाथ के चिन्ह में बदल जाता है ।
(iii) नई ई-मेल बनाना और भेजना (Creating New E-Mail and send it):- Log in करने के पश्चात यदि यूजर अपने मित्रों और सम्बन्धियों को ई-मेल करना चाहता है तो COMPOSE बटन पर क्लिक करें जिससे New Message विण्डो प्रस्तुत होगी ।
इसमें To: टेक्स्ट बॉक्स में रेसिपीएंट का ई-मेल एड्रेस व Subject में ई-मेल का विषय तथा Body में टेक्स्ट टाइप कर Send बटन पर क्लिक करने से वह ई-मेल उस रेसिपीएंट को तुरन्त भेज दिया जाता है। इसके अतिरिक्त यदि यूजर किसी फ़ाइल (.doc, pdf, jpg इत्यादि) को भेजना चाहता है तो Attach files पर क्लिक करके फ़ाइल अटैच कर सकता है। ई-मेल में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग , Cc, Bcc के विकल्प भी उपलब्ध होते है।
कुछ महत्वपूर्ण विकल्पों का विवरण इस प्रकार है -
1.Cc (Carbon Copy) इस फीचर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात कार्बन कॉपी को अन्य रेसिपीएंट को भेजा जाता है तथा To: रेसिपीएंट को यह सूचना दे दी जाती है कि इस ई-मेल की कॉपी अन्य किन-किन व्यक्तियों को भेज दी गयी है ।
2. Bcc (Blind Carbon Copy) इस फीचर में To तथा Cc रेसिपीएंट को यह नही पता होता कि Bcc किन-किन यूजरों को भेजी गई है । ई-मेल में Cc तथा Bcc दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है ।
3. टेक्स्ट फॉर्मेटिंग (Text Formatting) इस फीचर के द्वारा हम टेक्स्ट को बोल्ड , इटैलिक , अंडरलाइन आदि कर सकते है । इसके द्वारा हम टेक्स्ट का फॉन्ट साइज , कलर तथा अलाइनमेंट आदि भी बदल सकते है ।
(iv) ई-मेल मैसेज का जवाब देना (Replying E-Mail Messages) किसी ई-मेल का जवाब देने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● जिस ई-मेल का जवाब देना है, उसे ओपन करें ।
● केवल ई-मेल भेजने वाले को जवाब देने के लिए 'Reply' विकल्प पर क्लिक करें ।
● To और Cc बॉक्सों के सभी रेसिपीएंट को जवाब देने के लिए 'Reply to all' विकल्प पर क्लिक करें ।
(v) ई-मेल मैसेज को फॉरवर्ड करना (Forwarding E-Mail Message) किसी ई-मेल को फॉरवर्ड करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● यूजर जिस मेल को फॉरवर्ड करना चाहते है, उसे ओपन करें ।
● 'Forward' विकल्प पर क्लिक करें ।
● To, Cc और Bcc बॉक्सों में रेसीपीएंट्स नाम एन्टर करें ।
(vi) ई-मेल को सोर्ट तथा सर्च करना (Sorting and Searching of E-mail) ई-मेल को सॉर्ट करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● Setting बटन पर क्लिक करें ।
● Inbox टैब पर क्लिक करें ।
● Inbox type लिस्ट बॉक्स में अपनी इच्छानुसार विकल्प जैसे - Default , Important first, Unread first, Shared first तथा Priority first का चयन करें । Save changes बटन पर क्लिक करें । इसके पश्चात आपकी इच्छानुसार Inbox में ई-मेल सोर्ट हो जाएगी ।
ई-मेल को सर्च करना :- ई-मेल को सर्च करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है-
● सबसे ऊपर स्थित टेक्स्ट बॉक्स में उस ई-मेल की जानकारी ;जैसे - भेजने वाले का नाम , विषय आदि प्रविष्ट करें जिसे आप सर्च करने चाहते है ।
● Search बटन पर क्लिक करें ।
● इसके पश्चात सर्च की गई जानकारी से सम्बंधित ई-मेल की सूची प्रदर्शित हो जाएगी ।
ई-मेल संदेश के दो घटक होते है --- ई - मेल एड्रेस और मैसेज किसी भी ई-मेल प्रदाता की वेबसाइट जैसे - Gmail, hotmail, yahoo mail पर साइन अप (Sign up) करके नए ई-मेल एड्रेस को यूजर द्वारा बनाया जा सकता है। जिसका प्रयोग करके ई-मेल को क्रिएट , सेंड ,रिसीव , फॉरवर्ड , स्टोर, प्रिन्ट और डिलीट किया जा सकता है। ई-मेल का प्रयोग करके साधारण टेक्स्ट, डॉक्यूमेंट,ग्राफिक्स ,ऑडियो , वीडियो और चित्र आदि भेजे जा सकते है।
[2.1] ई-मेल के लाभ (Advantage of E-Mail):- ई-मेल सेवा के कई लाभ है, जो निम्नलिखित है
● ई-मेल के माध्यम से सन्देशों के साथ साथ उनकी दिनांक व समय को भी सुरक्षित करके रख सकते है।
● ई-मेल एड्रेस इंटरनेट पर व्यक्ति की पहचान व वेबसाइटों पर पंजीकरण (Registration) करने में अत्यन्त लाभप्रद है।
● ई-मेल द्वारा सन्देशों को व्यवहारिक पत्राचार की तुलना में काफी तेज गति से सम्प्रेषित किया जाता है।
● ई-मेल द्वारा पत्रों/सन्देशों के खोने की आशंका नगण्य होती है ।
● ई-मेल को केवल वही यूजर पढ़, डाउनलोड व जवाब (Reply) दे सकता है जिसे वह भेजा गया है ।
● पारम्परिक डाक सेवा के बदले ई-मेल का प्रयोग करने से कागज की भी बचत होती है व ई-मेल को कागजी दस्तावेजों की तुलना में सम्भावना बेहद आसान होता है।
● ई-मेल का प्रयोग वर्तमान में विज्ञापनों , बिजनेस प्रोमोशन इत्यादि में भी किया जाता है ।
[2.2] ई-मेल की हानियाँ (Disadvantage of E-Mail):- ई-मेल के लाभ होने के साथ साथ उसकी कुछ हानियाँ भी है जोकि निम्नलिखित है-
● ई-मेल के पासवर्ड के लीक होने पर कोई भी अज्ञात व्यक्ति उसका प्रयोग कर सकता है।
● प्राप्त किये गए ई-मेल में वायरस हो सकते है, जो हानिकारक छोटे प्रोग्राम्स होते है। वायरस प्रोग्राम ई-मेल से सम्बंधित सभी जानकारियों को चुराकर , अनुचित ई-मेल को अन्य ई-मेल एड्रेसो पर भेज सकता है।
● कई यूजर्स अन्य ई-मेल यूजरों को अवांछित ई-मेल भेजते है जिन्हें स्पैम (Spam) कहा जाता है।
● यूजर्स को Mailbox की समय समय पर मैनेज करने पड़ता है अन्यथा Mailbox फूल हो जाएगा व आगामी ई-मेल को प्राप्त नही किया जा सकेगा ।
● ई-मेल का प्रयोग सरकारी व्यापार में नही किया जा सकता , क्योंकि यदि ई-मेल क्रिडेशीयल किसी अवैध यूजर को पता चल जाये तो वह उनका गलत प्रयोग कर सकता है ।
[2.3] ई-मेल एड्रेसिंग (E-Mail Addressing):- ई-मेल भेजने और प्राप्त करने के लिए यूजर के पास ई-मेल एड्रेस का होना अत्यन्त आवश्यक है। ई-मेल एड्रेस किसी ई-मेल सर्वर पर ऐसा स्थान होता है जहाँ ई-मेल स्टोर की जाती है। इस स्थान को मेलबॉक्स भी कहा जाता है। जब यूजर किसी इंटरनेट सेवा प्रदाता (Internet Service Provider) कम्पनी से इंटरनेट कनेक्शन खरीदता है, तो वह सामान्यतया यूजर के लिए एक मेलबॉक्स भी बना देता है और उस मेलबॉक्स का एड्रेस यूजर के लिए एक मेलबॉक्स भी बना देता है और उस मेलबॉक्स का एड्रेस यूजर को दे देता है जिसे ई-मेल एड्रेस कहा जाता है । ई-मेल एड्रेस सामान्यतया निम्न प्रकार का होता है- username@hostname
यहाँ 'username' मेलबॉक्स का नाम है। यह सामान्यतया यूजर के यूजरनेम के समान होता है, जिसके द्वारा यूजर अपने कम्प्यूटर को इंटरनेट से जोड़ते है । 'hostname' मेल सर्वर का नाम होता है । यूजर उस वेब पोर्टल के होम पेज पर जाकर और अपने यूज़रनेम व पासवर्ड द्वारा साइनइन (Sign in) करके अपने mailbox को कभी भी खोल सकता है।
[2.4] ई-मेल क्लाइंट को आउटलुक पर कॉन्फ़िगर करना (To Configure E-Mail Client on Outlook) ई-मेल एकाउंट को आउटलुक पर कन्फिगर करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● Outlook 2007 को खोलें।
● Tools टैब पर क्लिक करें ।
● Account Setting ऑप्शन पर क्लिक करें ।
● New पर क्लिक करें ।
● अपने एकाउंट का विवरण जैसे - नाम , ई-मेल एड्रेस तथा पासवर्ड आदि प्रविष्ट करें ।
● Next बटन पर क्लिक करें तथा एकाउंट की पुष्टि होने का इंतजार करें ।
● एकाउंट के सफलतापूर्वक बनने के बाद , Finish बटन पर क्लिक करें ।
[2.5] ई-मेल का अनुप्रयोग (Applications of E-Mail)(i) ई-मेल एकाउंट खोलना (Opening E-Mail Account) ई-मेल एकाउंट खोलने के लिए बहुत सी फ्री वेबसाइट/वेब पोर्टल उपलब्ध है । जिसमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित है-
● www.hotmail.com
● www.yahoo.com
● www.gmail.com
● www.msn.com
● www.rediffmail.com
इनमे से किसी भी वेबसाइट के द्वारा यूजर अपना रजिस्ट्रेशन एक नए यूजर की तरह करवाकर अपना ई-मेल एकाउंट बना सकता है ।
यूजर निम्न चरणों से अपना वेब आधारित ई-मेल एकाउंट बना सकता है -
1. किसी वेब ब्राऊज़र के एड्रेस बार पर www.gmail.com की टाइप करके Enter कुंजी को दबाइए , जिससे इस वेबसाइट का Homepage स्क्रीन पर खुल जाएगा । जोकि निम्न प्रकार का होगा -
2. एकाउंट बनाने के लिए Create an account हाइपरलिंक पर क्लिक करें । इसे क्लिक करने से निम्न रजिस्ट्रेशन फॉर्म प्रस्तुत होगा-
3. फॉर्म पूरा भरकर Next Step बटन को दबाएँ । फॉर्म भरते समय सभी दिशा निर्देशों का पालन करें , ताकि यह सुनिश्चित हो जाये कि यूजर नेम अद्वितीय (Unique) है। यदि ऐसा नही है तो यूजर को पुनः रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा ।
4. Create your public Google + profile पेज खुलेगा इसमें यदि आप प्रोफाइल बनाना चाहते है, तो Create your profile बटन पर क्लिक करें अन्यथा No thanks बटन पर क्लिक करें ।
5. यदि आपने Create your profile बटन पर क्लिक किया है तो Welcome पहे प्रदर्शित होगा , जिसमें Continue to Gmail बटन पर क्लिक करें ।
6. ई-मेल एकाउंट बनने के बाद उसकी Confirmation Information यूजर को दे दी जाएगी व निम्न वेब पेज ब्राऊज़र पर प्रस्तुत होगा ।
(ii) ई-मेल को देखना (Viewing an E-Mail) ई-मेल एकाउंट बना लेने के बाद यूजर Sign in कर सकता है अर्थात ई-मेल एकाउंट को खोल सकता है और अपनी ई-मेल को देख सकता है। इसके लिए यूजर को उस वेबसाइट के Homepage पर जाना होगा , जिस पर इसका ई-मेल एकाउंट है। यहाँ Sign in करने के लिए एक डॉयलोग बॉक्स वेब पेज पर प्रदर्शित होगा ।
इसमें E-mail टेक्स्ट बॉक्स में अपनी ई-मेल ID तथा Password टेक्स्ट बॉक्स में उस ई-मेल ID का पासवर्ड प्रविष्ट करके Sign in बटन पर क्लिक करें । यदि ई-मेल - ID तथा पासवर्ड एक दम सही है तो यूजर Gmail ई-मेल बॉक्स खुल जायेगा । इसके पश्चात निम्न विंडो प्रदर्शित होगी-
इसमें सामान्यतया पहले Inbox फोल्डर की सामग्री अर्थात प्राप्त हुए ई-मेल सन्देशों की सूची दिखाई होगी , जिसमें दिनांक , भेजने वाले का नाम , विषय आदि सूचनाएं होती है। किसी संदेश को पढ़ने के लिए कर्सर को उस संदेश पर लाकर क्लिक करें , जहां माउस प्वॉइंटर हाथ के चिन्ह में बदल जाता है ।
(iii) नई ई-मेल बनाना और भेजना (Creating New E-Mail and send it):- Log in करने के पश्चात यदि यूजर अपने मित्रों और सम्बन्धियों को ई-मेल करना चाहता है तो COMPOSE बटन पर क्लिक करें जिससे New Message विण्डो प्रस्तुत होगी ।
इसमें To: टेक्स्ट बॉक्स में रेसिपीएंट का ई-मेल एड्रेस व Subject में ई-मेल का विषय तथा Body में टेक्स्ट टाइप कर Send बटन पर क्लिक करने से वह ई-मेल उस रेसिपीएंट को तुरन्त भेज दिया जाता है। इसके अतिरिक्त यदि यूजर किसी फ़ाइल (.doc, pdf, jpg इत्यादि) को भेजना चाहता है तो Attach files पर क्लिक करके फ़ाइल अटैच कर सकता है। ई-मेल में टेक्स्ट फॉर्मेटिंग , Cc, Bcc के विकल्प भी उपलब्ध होते है।
कुछ महत्वपूर्ण विकल्पों का विवरण इस प्रकार है -
1.Cc (Carbon Copy) इस फीचर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात कार्बन कॉपी को अन्य रेसिपीएंट को भेजा जाता है तथा To: रेसिपीएंट को यह सूचना दे दी जाती है कि इस ई-मेल की कॉपी अन्य किन-किन व्यक्तियों को भेज दी गयी है ।
2. Bcc (Blind Carbon Copy) इस फीचर में To तथा Cc रेसिपीएंट को यह नही पता होता कि Bcc किन-किन यूजरों को भेजी गई है । ई-मेल में Cc तथा Bcc दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है ।
3. टेक्स्ट फॉर्मेटिंग (Text Formatting) इस फीचर के द्वारा हम टेक्स्ट को बोल्ड , इटैलिक , अंडरलाइन आदि कर सकते है । इसके द्वारा हम टेक्स्ट का फॉन्ट साइज , कलर तथा अलाइनमेंट आदि भी बदल सकते है ।
(iv) ई-मेल मैसेज का जवाब देना (Replying E-Mail Messages) किसी ई-मेल का जवाब देने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● जिस ई-मेल का जवाब देना है, उसे ओपन करें ।
● केवल ई-मेल भेजने वाले को जवाब देने के लिए 'Reply' विकल्प पर क्लिक करें ।
● To और Cc बॉक्सों के सभी रेसिपीएंट को जवाब देने के लिए 'Reply to all' विकल्प पर क्लिक करें ।
(v) ई-मेल मैसेज को फॉरवर्ड करना (Forwarding E-Mail Message) किसी ई-मेल को फॉरवर्ड करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● यूजर जिस मेल को फॉरवर्ड करना चाहते है, उसे ओपन करें ।
● 'Forward' विकल्प पर क्लिक करें ।
● To, Cc और Bcc बॉक्सों में रेसीपीएंट्स नाम एन्टर करें ।
(vi) ई-मेल को सोर्ट तथा सर्च करना (Sorting and Searching of E-mail) ई-मेल को सॉर्ट करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है -
● Setting बटन पर क्लिक करें ।
● Inbox टैब पर क्लिक करें ।
● Inbox type लिस्ट बॉक्स में अपनी इच्छानुसार विकल्प जैसे - Default , Important first, Unread first, Shared first तथा Priority first का चयन करें । Save changes बटन पर क्लिक करें । इसके पश्चात आपकी इच्छानुसार Inbox में ई-मेल सोर्ट हो जाएगी ।
ई-मेल को सर्च करना :- ई-मेल को सर्च करने के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण किया जाता है-
● सबसे ऊपर स्थित टेक्स्ट बॉक्स में उस ई-मेल की जानकारी ;जैसे - भेजने वाले का नाम , विषय आदि प्रविष्ट करें जिसे आप सर्च करने चाहते है ।
● Search बटन पर क्लिक करें ।
● इसके पश्चात सर्च की गई जानकारी से सम्बंधित ई-मेल की सूची प्रदर्शित हो जाएगी ।
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